खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करें किसान तभी सुधरेगी सेहत

मिलियन किसान पाठशाला का आयोजन विकास खंड सिटी व लालगंज में बुधवार को किया गया। किसान पाठशाला में किसानों को खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। लालगंज के प्राथमिक विद्यालय चेरूईराम में आयोजित किसान पाठशाला में संयुक्त कृषि निदेशक विध्याचल मंडल एके सिंह ने कृषि की नवीन तकनीकी जानकारी भी दी गई जिससे किसान उन्नत तकनीकों का प्रयोग कर अपनी आय को दोगुना कर सकें। इसके बाद संयुक्त कृषि निदेशक ने बस्तरा राजा में धान की फसल पर आयोजित प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 23 Oct 2019 09:13 PM (IST) Updated:Thu, 24 Oct 2019 06:19 AM (IST)
खेतों में जैविक खाद का प्रयोग 
करें किसान तभी सुधरेगी सेहत
खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करें किसान तभी सुधरेगी सेहत

जागरण संवाददाता, मीरजापुर : मिलियन किसान पाठशाला का आयोजन विकास खंड सिटी व लालगंज में बुधवार को किया गया। किसान पाठशाला में किसानों को खेतों में जैविक खाद का प्रयोग करने के लिए प्रेरित किया गया। लालगंज के प्राथमिक विद्यालय चेरूईराम में आयोजित किसान पाठशाला में संयुक्त कृषि निदेशक विध्याचल मंडल एके सिंह ने कृषि की नवीन तकनीकी जानकारी भी दी गई, जिससे किसान उन्नत तकनीकों का प्रयोग कर अपनी आय को दोगुना कर सकें। इसके बाद संयुक्त कृषि निदेशक ने बस्तरा राजा में धान की फसल पर आयोजित प्रदर्शनी का निरीक्षण किया।

संयुक्त कृषि निदेशक ने बताया कि मिट्टी की सेहत दिन पर दिन खराब हो रही है। जीवांश, कार्बन बहुत ही कम हो गया है, जिससे आगे बढ़कर उत्पादन क्षमता कमी आ रही है। इसके चलते आगामी दिनों में खेती करने लायक जमीन नहीं बचेगी। किसान जैविक खाद का प्रयोग करें। उप निदेशक कृषि डा. अशोक उपाध्याय ने बताया कि जनपद के 80 ग्राम पंचायतों में किसान पाठशाला का आयोजन किया गया। पाठशाला 21 से 24 अक्टूबर तक चलेगी। किसान उन्नतशील तरीके से खेती करके आय को दोगुना कर सकते हैं। मृदा परीक्षण के बाद मृदा स्वास्थ्य कार्ड के आधार पर उर्वरक का प्रयोग करें। जैविक खाद का प्रयोग करते हुए खेती करें। अबतक 8620 किसानों को प्रशिक्षित किया जा चुका है। भूूमि संरक्षण अधिकारी जीतलाल ने विचार रखा।

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रोगों से फसलों पर नियंत्रण को करें छिड़काव

मीरजापुर : विकास खंड सिटी के प्राथमिक विद्यालय कोल्हण में आयोजित किसान पाठशाला के दौरान उप निदेशक कृषि रक्षा डा. सतीश मलिक किसानों से रूबरू हुए। उन्होंने किसानों को रबी में उगायी जाने वाली फसलों में लगने वाले प्रमुख कीट व उनसे रोग से बचाव के बारे में जानकारी दी। जिला कृषि अधिकारी पवन कुमार प्रजापति ने रबी में उगाई जाने वाली फसलों बीज दर, बुआई की विधि, सिचाई, खरपतवार नियंत्रण आदि की जानकारी दी। पाठशाला के दौरान बीज शोधन का सजीव प्रदर्शन करके किसानों को दिखाया गया।

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