मीरजापुर में बच्‍ची को बाइक सवारों ने किया अगवा, बचने के लिए लगाई ऐसी तरकीब कि आप भी कहेंगे - 'वाह'

मीरजापुर जिले में बच्‍ची को बाइक सवारों ने अगवा करने के साथ ही जबरन कुछ खिलाने के साथ ही मुह में कपड़ा भर दिया। बच्‍ची ने रास्‍ते में दिमाग लगाकर बाइक सवार को गिरा दिया और वहां से भाग गई।

By Abhishek SharmaEdited By: Publish:Wed, 30 Nov 2022 11:56 AM (IST) Updated:Wed, 30 Nov 2022 11:56 AM (IST)
मीरजापुर में बच्‍ची को बाइक सवारों ने किया अगवा, बचने के लिए लगाई ऐसी तरकीब कि आप भी कहेंगे - 'वाह'
मीरजापुर में बच्‍ची के अपहरण का मामला सामने आया है।

मीरजापुर, जागरण संवाददाता। जिले में बच्‍ची के अपहरण का प्रयास करने वालों को बच्‍ची की सूझबूझ ने आखिरकार बचा लिया। बारह वर्ष की लड़की को अगवा करने का प्रयास अपहरणकर्ताओं पर भारी पड़ा। दरअसल मां ने बच्‍ची को सेफ्टी पिन लगाई थी जिले बच्‍ची ने बाइक चला रहे अपहर्ता को चुभा दी और जोर की चीख के साथ चालक ने बैलेंस खो दिया और सभी नीचे गिर गए। इसके बाद बच्‍ची अपहरणकर्ताओं के चंगुल से बच गई।

चुनार कोतवाली अंतर्गत बगहां गांव से मंगलवार शाम छह बजे घर के पास डेरी से दूध लेने गई 12 वर्षीया लड़की को मुंह पर कपड़ा लगाकर बाईक सवार जबरन गाड़ी पर बैठाकर भाग निकले। कुछ दूर जाने पर समझदारी दिखाते हुए बच्ची ने बाइक सवारों को सेफ्टी पिन चुभा दिया जिससे असंतुलित होकर बाइक सवार सड़क पर गिर गए और बच्ची अपनी जान बचाने में सफल रही।

बगहां गांव के रहने वाले धर्मेन्द्र कुमार सिंह पुत्र स्व प्यारेलाल सिंह गांव में रहकर किसानी करते हैं। उनकी दो बेटियां हैं। मंगलवार की शाम उनकी बड़ी बेटी दीक्षा सिंह घर से कुछ दूर डेरी पर दूध लेने गई थी। दूध लेकर लौटते समय घर के पास गली में बाइक सवार दो युवकों ने बच्ची को पीछे से पकड़ लिया और मुंह पर कपड़ा लगाकर उसे जबरन पर बाइक पर बैठाकर भाग निकले। जैसे ही बाईक सवार गांव के बाहर पहुंचे तभी लड़की ने साहस दिखाते हुए बाइक चला रहे युवक के गले पर जोर से सेफ्टी पिन चुभा दिया जिससे बाइक सवार असंतुलित हो गया और बाईक लेकर सड़क पर गिर गया और लड़की शोर मचाते हुए भागने लगी।

कुछ दूर पर लड़की को स्कूल ले जाने वाला आटो चालक मिला जिसको लड़की ने बदहवास हालत में घटना के बारे में बताया। इतने में मौका पाकर बाइक सवार भागने में सफल हो गए। आटो चालक लड़की को ले जाकर उसके घर पहुंचाया। लड़की के पिता ने बताया कि घर पहुंचने पर कुछ देर बाद लड़की की तबीयत बिगड़ने लगी और कुछ बोल नहीं पा रही थी।

खुद को संभालने के बाद उसने बताया कि उसको बाइक सवारों ने जबरन कुछ खिलाया है जिस पर आनन फानन में परिजन उसको गांव के एक डाक्टर के पास ले गए जहां उसका आक्सीजन लेवल गिरने लगा और लड़की को बोलने में परेशानी होने लगी। परिजन लड़की को ले जाकर कछवां स्थित क्रिस्चियन हास्पीटल में भर्ती कराया है जहां उसका इलाज चल रहा है। लड़की अब खतरे से बाहर है और उसके पैर में चोट लगी है।

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