महिलाओं के प्रति अत्याचार पर रोकथाम आखिर कब तक

नगर के शहीद उद्यान में महिला प्रबोधिनी फाउंडेशन के तत्वावधान में देश में आए दिन महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ गोष्ठी आयोजित की गई। जिसमें और कितनी निर्भया महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार रोकथाम आखिर कब पर विचार व्यक्त किया। मुख्य वक्ता व अध्यक्ष नंदिनी मिश्रा ने कहा कि घटना के बाद हमें मोमबत्तियां जलाना छोड़कर सरकार पर दबाव डालकर सख्त कानून बनाने के लिए दबाव डालना होगा।

By JagranEdited By: Publish:Tue, 03 Dec 2019 05:35 PM (IST) Updated:Tue, 03 Dec 2019 11:59 PM (IST)
महिलाओं के प्रति अत्याचार पर रोकथाम आखिर कब तक
महिलाओं के प्रति अत्याचार पर रोकथाम आखिर कब तक

जागरण संवाददाता, मीरजापुर: नगर के शहीद उद्यान में महिला प्रबोधिनी फाउंडेशन के तत्वावधान में देश में आएदिन महिलाओं पर हो रहे अत्याचार के खिलाफ गोष्ठी आयोजित की गई। इसमें और कितनी निर्भया, महिलाओं के प्रति बढ़ते अत्याचार रोकथाम आखिर कब तक पर विचार व्यक्त किया। फाउंडेशन अध्यक्ष नंदिनी मिश्रा ने कहा कि घटना के बाद हमें मोमबत्तियां जलाना छोड़कर सरकार पर दबाव डालकर सख्त कानून बनाने के लिए दबाव डालना होगा।

उन्होंने कहा कि देश में प्रति वर्ष 32 हजार से अधिक महिलाओं के साथ हत्या व बलात्कार होता है। अपराध में कमी आने की बजाए दिन पर दिन बढ़ोत्तरी हो रही है। कहा कि हैदराबाद घटना सहित बलात्कार, हत्या के अन्य आरोपियों को भी फांसी की सजा होनी चाहिए। प्रबोधिनी शक्ति क्लब अध्यक्ष कामिनी पांडेय ने कहा कि कानून का लचीलापन इस तरह की घटना के लिए पूर्णरूप से जिम्मेदार है। कानून में बदलाव हो और कठोर कानून बने। परिवार परामर्श केंद्र की सलाहकार कृष्णा सिंह ने कहा कि समाज में नैतिकता का घोर पतन हो गया है। दीपा सर्राफ, साक्षी सर्राफ, अंजू गोयनका, अंजू खंडेलवाल, जया पांडेय, बीना गोयनका, मीनू मिश्रा, मंजू विश्वकर्मा, संध्या पाठक ने महिलाओं की सुरक्षा के लिए ठोस, सार्थक कदम उठाने की मांग किया। मातृ शक्तियों ने शहीद उद्यान में शहीदों की प्रतिमाओं पर माल्यार्पण किया। महिलाओं ने काला दुपट्टा का आक्रोश श्रृंखला बना रोष व्यक्त किया। हैदराबाद की पीड़िता को सिर झुका श्रद्धांजलि अर्पित की।

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