खुदकशी की वजह बताकर लगाई थी लाइव फांसी

दिल्ली की इंदिरा विकास कालोनी की है घटना

By JagranEdited By: Publish:Wed, 16 May 2018 06:00 AM (IST) Updated:Wed, 16 May 2018 06:00 AM (IST)
खुदकशी की वजह बताकर लगाई थी लाइव फांसी
खुदकशी की वजह बताकर लगाई थी लाइव फांसी

मेरठ । प्रतीक आत्महत्या प्रकरण में सनसनीखेज पहलू सामने आया है। घटना के 27 दिन बाद प्रतीक के परिजनों के हाथ एक वीडियो लगी है। वीडियो में प्रतीक रोता नजर आ रहा है। कह रहा है कि पापा मुझे माफ कर देना। मैं आपका सपना पूरा नहीं कर सका। उसने आत्महत्या का जिम्मेदार गांव के ही एक युवक और युवती को बताया है। बताया जा रहा है कि यह वीडियो बनाने के बाद 17 अप्रैल को उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। पीड़ित परिजनों का आरोप है कि दिल्ली की मुखर्जी नगर थाना पुलिस ने केस तो दर्ज कर लिया, लेकिन आरोपितों को नहीं पकड़ रही है। मंगलवार को मृतक के पिता ने सीओ यातायात से मिलकर कार्रवाई की गुहार लगाई।

यह है पूरा प्रकरण

जानी थाना क्षेत्र के गांव खानपुर निवासी राजकुमार ने बताया कि उसका 22 साल का बेटा प्रतीक बीएससी करने के बाद मुखर्जी नगर के इंदिरा विकास कालोनी में रहकर सीजीएल (कंबाइंड ग्रेजुएट लेबल एग्जाम) की तैयारी कर रहा था। दिल्ली के साकेत में प्रतीक के गांव की ही प्रियंका और बबलू भी रहते थे। प्रियंका ब्यूटी पार्लर चलाती है। प्रतीक ने अपनी वीडियो में कहा है कि बबलू उसे ब्लैकमेल करता था। कहता था कि यदि उसने 50 हजार रुपये नहीं दिए तो वह उसे प्रियंका से दुष्कर्म के केस में फंसा देगा। इसी तरह से वह डेढ़ से दो लाख रुपये प्रतीक से ले चुका था। इसी कारण उसने परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।

पुलिस प्रियंका और बबलू को गिरफ्तार नहीं कर रही है। प्रतीक के पिता राजकुमार का कहना है कि दोनों धमकी दे रहे हैं कि यदि उन्होंने केस वापस नहीं लिया तो वह उसकी हत्या करा देंगे। मंगलवार को राजकुमार एसएसपी कार्यालय पहुंचे और ट्रैफिक सीओ संजीव देशवाल को पूरी बात बताई। उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया है। आबकारी इंस्पेक्टर बनना था सपना

प्रतीक के पिता राजकुमार ने बताया कि उसका सपना था कि उसका बेटा आबकारी इंस्पेक्टर बने। इसी कारण वह उसे सीजीएल की तैयारी करा रहे थे। इनका कहना है--

हमने इस मामले में मुखर्जी नगर पुलिस से बात की है। उनका कहना है कि जल्द ही आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएगा। धमकी देने के मामले में जानी पुलिस को कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

-संजीव देशवाल, सीओ टै्रफिक

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