Weather Update: मौसम का बदला मिजाज, उमस और गर्मी के बीच रात से शुरू हुई बूंदाबांदी ने दी राहत Meerut News

शुक्रवार को तेज गर्मी और उमस के बाद शनिवार की सुबह मेरठ और आसपास के क्षेत्रों में बूंदाबांदी ने मौसम को सुहाना बना दिया। आसमान पर बादल छाए हुए हैं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sat, 11 Jul 2020 07:24 AM (IST) Updated:Sat, 11 Jul 2020 11:52 AM (IST)
Weather Update: मौसम का बदला मिजाज, उमस और गर्मी के बीच रात से शुरू हुई बूंदाबांदी ने दी राहत Meerut News
Weather Update: मौसम का बदला मिजाज, उमस और गर्मी के बीच रात से शुरू हुई बूंदाबांदी ने दी राहत Meerut News

मेरठ, जेएनएन। शुक्रवार की रात को घोट और उमस के बाद शनिवार की सुबह बूंदाबांदी ने मौसम के मिजाज को ठंडा कर दिया। अल सुबह से ही हुई बूंदाबांदी ने उमस से गर्मी से राहत दी। आसमान पर बादल छाए हुए हैं। कुछ स्‍थानों पर तो शुक्रवार की रात से ही बारिश का दौर शुरू हो गया था। शनिवार को दिन में बारिश के चलते मौसम के सुहाना बने रहने की संभावना है। मेरठ के साथ ही बुलंदशहर,बिजनौर, बागपत,सहारनपुर, मुजफ्फरनगर में भी मौसम बदला बदला नजर आया है। पिछले चार दिनों से चटक धूप के कारण हो रहे गर्मी से कुछ राहत महसूस हुई। वेस्‍ट यूपी में हालांकि मानसून ने दस्‍तक दे दी है। लेकिन अभी इस क्षेत्र में मानसून की रफ्तार कमजोर ही है। मध्‍य जुलाई से इस क्षेत्र में मानसून जोर पकड़ेगा।

बागपत में बारिश से मिली गर्मी से राहत

बागपत जिले में शनिवार तड़के से जारी बारिश से आमजन को गर्मी से राहत मिली है। निर्माणाधीन दिल्ली सहारनपुर हाइवे पर जलभराव हो गया। इसके अलावा बड़ौत में दिल्ली रोड व काठा गांव व खेकड़ा में पाठशाला मार्ग पर जलभराव हो गया। बारिश से तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई है। शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 34 डिग्री सेल्सियस था, बारिश को बारिश के कारण न्यूनतम तापमान 28 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया। न्यूनतम तापमान में छह डिग्री सेल्सियस की गिरावट से लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली। वहीं बारिश से कई स्थानों पर फसले लोटपोट हो गई। किसानों का कहना है कि बारिश से धान और गन्‍ने की फसल को फायदा होगा।मुजफ्फरनगर में जलभराव 

मुजफ्फरनगर। शुक्रवार देर रात्रि को मौसम ने करवट बदल ली। तेज हवाओं के साथ आसमान में बादल छा गए। गरज के साथ बरसे बदरा ने गर्मी से राहत दिलाई। बारिश के कारण तापमान की भी कमर टूट गई। बारिश के कारण न्यूनतम तापमान 23.9 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। वहीं, बारिश भी 8.1 मिली मीटर दर्ज की गई। शहर के साथ देहात में भी अनेक स्थानों पर जलभराव हो गया। शुक्रवार देर रात करीब दो बजे तेज हवा के साथ आसमान में काले बादल छा गए देखते ही देखते बारिश शुरू हो गई। थम-थम कर बरसे बदरा से शहर टापू बन गया। रुड़की रोड, जनकपुरी, रैदासपुरी, रामपुरी, इंदिरा कालोनी, लद्दावाला में जलभराव हो गया। सरकुलर रोड पर जल निगम पाइप लाइन डाल रहा है। बारिश में काम रुकने के साथ यहां खोदाई किए गए गड्ढों की मिट्टी सड़क तक फैल गई। नेशनल हाईवे पर भी मंसूरपुर, घासीपुरा क्षेत्र में पानी भर गया। 

बुलंदशहर में आंधी-बारिश से पेड़ और खंभे उखड़े 

बुलंदशहर: कई दिनों से पड़ रही उमस भरी गर्मी के बाद शुक्रवार की रात मौसम का मिजाज अचानक बदल गया। करीब 11 बजे पहले बादल छाए और फिर तेज आंधी शुरू हो गई। 20 मिनट की आंधी के बाद बारिश शुरू हुई। आंधी और बारिश ने जिलेभर में काफी नुकसान पहुंचाया है। जिले में पचास से अधिक स्थानों पर बिजली खम्भे उखड़ गए और लाइनें नीचे गिर गई। कई स्थानों पर छोटे और बड़े अनेकों वृक्ष भी उखड़ गए। इसके चलते शहर से देहात तक रातभर बिजली ठप रही। बारिश के चलते मौसम ठंडा हो गया और लोगों को गर्मी से निजात मिली। अधिकतम तापमान 36 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। खेतों में पानी बरसने से किसानों के चेहरे खिल गए, जबकि नाले उफनने से सड़कों और रास्तों पर कीचड़ उठ गई। हालांकि लॉकडाउन के चलते लोग घरों में रहे तो कीचड़ से दिक्कत नहीं हुई। जिला कृषि अधिकारी अश्विनी कुमार सिंह का कहना है कि इस बारिश से धान और गन्ने की फसल को लाभ मिलेगा। मौसम विभाग रविवार और सोमवार को भी बारिश होने के आसार जता रहा है।

बिजनौर में बरसाती नदियों का जलस्‍तर बढ़ा 

शुक्रवार देर रात तेज गरज के साथ मूसलाधार बारिश हुई करीब डेढ़ से दो घंटे तक बादल जमकर बरसे। रात के समय तापमान कुछ गिरने पर मौसम में ठंडक लौटी और लोगों ने उमस से राहत महसूस की पहाड़ों पर और स्थानीय क्षेत्रों में तेज बारिश होने से क्षेत्र में बरसाती नदियों का जलस्तर कुछ बढ़ गया। तेज बारिश से धान के किसानों ने राहत की सांस ली। वही बड़िया-जट्टीवाला मार्ग पर मालन नदी पर बने पुल के निकट नदी से कुछ कटान हुआ। क्षेत्र के किसानों वीरेंद्र पाल दलवीर सिंह गुरतेज ने धान और गन्ने की फसल के लिए बारिश को अमृत बताया। इसके अलावा कोटद्वार मार्ग, हरिद्वार मार्ग, कोतवाली मार्ग सहित कई जर्जर सड़कों पर बारिश से गहरे गड्ढे हो गए।

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