मैरी कॉम से हारकर भी वर्षा ने जीता उनका दिल

देश के टॉप 57 महिला मुक्केबाजों में शुमार वर्षा चौधरी को मिलेगा रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार

By JagranEdited By: Publish:Wed, 28 Mar 2018 11:09 AM (IST) Updated:Wed, 28 Mar 2018 11:28 AM (IST)
मैरी कॉम से हारकर भी वर्षा ने जीता उनका दिल
मैरी कॉम से हारकर भी वर्षा ने जीता उनका दिल

मेरठ। जिस तरह आग में तपकर निकलने वाला सोना खरा होता है, ठीक उसी तरह तंगी की आग में झुलसते हुए हर कठिनाई को पार करने वाले ही जीवन में विजेता बनते हैं। ऐसा अक्सर खेलों में देखने को मिलता है। मेरठ की उभरती महिला बाक्सर वर्षा चौधरी ने भी जीवन में ऐसी ही कठिन परीक्षाओं को पास करते हुए बाक्सिंग में मैरी कॉम जैसा मुकाम बनाने की ओर आगे बढ़ रही हैं। बाक्सिंग प्रतियोगिता में पांच बार विश्व चैंपियन मैरी कॉम से हारकर भी वर्षा ने मैरी का दिल जीत लिया। वर्षा की इस सफलता पर अब उन्हें प्रदेश सरकार की ओर से रानी लक्ष्मीबाई वीरता पुरस्कार से नवाजा जाएगा। यह पुरस्कार 29 मार्च को लखनऊ में आयोजित सम्मान समारोह में दिया जाएगा।

सीनियर नेशनल में की वापसी

रोहतक में छह से 12 जनवरी तक आयोजित द्वितीय सीनियर महिला बाक्सिंग प्रतियोगिता में प्रदेश को मिले एक मात्र मेडल वर्षा ने जीता। प्रदेश भर से चयनित 10 महिला मुक्केबाजों में वर्षा चौधरी ने दमदार प्रदर्शन करते हुए कांस्य पदक जीता। प्रतियोगिता के 48 किलो भार वर्ग में हिस्सा लिया था। पहले मैच में वर्षा ने पंजाब की गुरप्रीत कौर को 5:0 के प्वाइंट सेट से पराजित कर बढ़त ली। प्री-क्वार्टर फाइनल मैच में वर्षा ने आंध्रप्रदेश की जी ज्योति को भी 5:0 से हराया। वर्षा यही नहीं रुकी। क्वार्टर फाइनल में तीसरी फाइट के दौरान वर्षा ने महाराष्ट्र की आरोही को भी 5:0 के प्वाइंट सेट से पराजित किया। सेमीफाइनल में रेलवे की मुक्केबाज राजेश नरवाल से कांटे की टक्कर वाले मैच में 3:2 से पराजित होकर वर्षा ने कांस्य पदक जीत लिया।

मैरी कॉम से किए दो-दो हाथ

भारत में हुई अंतरराष्ट्रीय इंडिया ओपन चैंपियनशिप में उत्तर प्रदेश की एक मात्र महिला मुक्केबाज वर्षा का चयन हुआ। इस प्रतियोगिता में 22 देशों के खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया था। वर्षा का मुकाबला उनकी आइडल और देश की स्टार मुक्केबाज एमसी मैरी कॉम से हुआ। कांटे के मुकाबले में वर्षा को हार का सामना करना पड़ा लेकिन मैरी कॉम के सामने कड़े मुकाबले में बने रहना उनके लिए जीत के समान था। मैरीकॉम ने भी मैच के बाद वर्षा की तारीफ की।

टॉप 57 में हुई शामिल

बाक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने देश भर से टॉप 57 महिला मुक्केबाजों की सूची जारी की है। सूची में प्रदेश से अकेली मेरठ की वर्षा की हैं। वर्षा को मैरी कॉम के साथ सभी टॉप मुक्केबाजों के साथ ट्रेनिंग मिल रही है। यह ट्रेनिंग खिलाड़ियों को कॉमनवेल्थ गेम्स, एशियन गेम्स, गोवा में चार से 12 नवंबर को होने वाले राष्ट्रीय खेलों आदि के लिए दी जा रही है।

तो छू लेती और भी ऊंचाइयां

मेरठ कालेज से बीए तृतीय वर्ष की पढ़ाई कर रही वर्षा ने साल 2014 में बाक्सिंग की ट्रेनिंग शुरू की थी। यह उनका जुनून ही था कि उन्होंने साल 2014, 2015 और 2016 में लगातार प्रदेश स्तरीय प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीते। लेकिन वर्षा उस दौरान बाक्सिंग फेडरेशन पर लगे बैन को अपना भी दुर्भाग्य मानती है। वर्षा का कहना है कि यदि उस समय वह बैन न लगा होता तो वे बाक्सिंग में चार साल और आगे होतीं और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता में भी पदक जीत पाती।

chat bot
आपका साथी