पांचली में ट्रांसपोर्ट नगर स्‍थानांतिर करने को लेकर ट्रांसपोर्टरों में रोष, रखी ये मांग

ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ की कार्यकारिणी सभा आज ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ के कार्यालय पर हुई। सभा का एजेंडा ट्रांसपोर्ट नगर को स्थानांतरित कर पांचली में ले जाने का रहा।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sun, 19 Jul 2020 07:19 PM (IST) Updated:Sun, 19 Jul 2020 07:19 PM (IST)
पांचली में ट्रांसपोर्ट नगर स्‍थानांतिर करने को लेकर ट्रांसपोर्टरों में रोष, रखी ये मांग
पांचली में ट्रांसपोर्ट नगर स्‍थानांतिर करने को लेकर ट्रांसपोर्टरों में रोष, रखी ये मांग

मेरठ, जेएनएन। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ की कार्यकारिणी सभा आज ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ के कार्यालय पर हुई। आज की सभा का एजेंडा ट्रांसपोर्ट नगर को स्थानांतरित कर पांचली में नए ट्रांसपोर्ट नगर ले जाने को लेकर की गई । नए ट्रांसपोर्ट नगर में स्थानांतरण को लेकर एमडीए में उपाध्यक्ष द्वारा कमिश्नर को फाइल सौंपी गई। इस विषय को लेकर ट्रांसपोर्टरों में रोष है कि ट्रांसपोर्ट नगर दिल्ली रोड जो अब तक आवास विकास द्वारा विकसित किया गया था वह पूरी तरह से अभी विकसित भी नहीं हो पाया है और ट्रांसपोर्ट नगर को 15 किलोमीटर दूर पांचली में न्यू ट्रांसपोर्ट नगर नाम से विकसित करने की तैयारी कर ली गई है। इसे लेकर ट्रांसपोर्टरों में भारी रोष है। ट्रांसपोर्टरों की मांग है अगर कोई ट्रांसपोर्ट नगर बसाया जाता है तो वह सभी कनेक्टेड रोड को जोड़ता हो जैसे गढ़ रोड, हापुर रोड, दिल्ली रोड, सहारनपुर रोड पानीपत रोड आदि। पांचली केवल पानीपत रोड से जुड़ा हुआ है, पांचली के आसपास काफी स्कूल कॉलेज है जिसकी वजह से आए दिन कोई न कोई दुर्घटना होने की संभावना बनी रहेगी। पांचली में जितनी भी जमीन है वह किसी किसान की नहीं है, वहां के भू माफियाओं की जमीन है। इन भू माफियाओं ने किसानों से ₹200 प्रति गज़ के भाव से सभी भूमि खरीदी हुई है, जिसे वह उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण के साथ मिलकर गरीब ट्रांसपोर्टरों को ₹40,000/- प्रति गज में बेचना चाहते हैं । ट्रांसपोर्टर वैसे ही मंदी की मार झेल रहा है और अब करोना समय में ट्रांसपोर्टरों का व्यापार खत्म हो चुका है। स्थिति ऐसी हो चुकी है कि वह अपना व्यापार स्थानांतरित नहीं कर सकता। हमने प्रशासन से मांग की है अभी हम लोगों को साथ विचार विमर्श किया जाए और हमारी सुविधा देखते हुए हम लोगों से स्थानांतरण के लिए वार्ता की जाए। जिससे कि हम सुरक्षित व किफायती जमीन खरीद सकें और अपना कारोबार कर सकें।

पिछले लगभग 10 सालों से ट्रांसपोर्ट नगर को दिल्ली रोड से स्थानांतरित कर सिर्फ और सिर्फ पांचली का नाम सामने आता है। मेरठ विकास प्राधिकरण के कोई भी उपाध्यक्ष रहे हो प्रत्येक बोर्ड बैठक में इन भू माफियाओं के प्रभाव में आकर मोटी रकम कमाने के उद्देश्य से केवल पांचली का नाम ही बोर्ड बैठक में आयुक्त महोदय के सामने रखते हैं। आयुक्त कोई भी रहे हो ट्रांसपोर्टरों की समस्या को देखते हुए पांचली में शिफ्ट होने को मना कर देते हैं बावजूद उसके उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण और भू माफियाओं का गठजोड़ बार-बार इसी कोशिश में रहता है कि किसी तरह पांचली में ट्रांसपोर्ट नगर स्थानांतरित हो जाए और वह अरबों रुपए कमा कर निकल सके। पांचली जाने के लिए बागपत रोड बाईपास से पुल के नीचे आने और जाने का रास्ता है वह इतना संकीर्ण है कि अभी भी कई बार वहां पर जाम लगा रहता है। पांचली में ट्रांसपोर्ट नगर बनने की स्थिति में मेरठ बाईपास का फ्लाईओवर का क्षेत्र संपूर्ण रूप से जाम होने की स्थिति बनी रहेगी। हमारा अनुरोध लगातार मंडलायुक्त महोदय से रहता है कि पांचली छोड़ किसी और विकल्प के बारे में भी उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण को सोचने के लिए कहा जाए।

मेरठ शहर के न्यू टीपी नगर को लेकर पांचाली खुर्द में किसानों से भूमाफियाओं द्वारा सस्ते रेट में ली गई जमीनों के वारे न्यारे होने लग गए हैं। कुछ बड़े व्यापारी नेता किसान बनने चालू हो गए हैं। प्राधिकरण की एक महत्वाकांक्षी मेरठ महायोजना 2021 की आड़ में पांचाली खुर्द में जमीन में फंसी मोटी रकम को निकालना ही नहीं चाहते बल्कि एक ही झटके में वारे न्यारे का प्लान है। इससे पहले भी इस की कोशिश की जा चुकी है लेकिन टीपी नगर के कारोबारियों के विरोध के चलते इनकी कोशिशों पर पानी फिरने लगा है। जानकारी के अनुसार अगर माने तो एक बार फिर ऐसे व्यापारी नेता जिसकी सत्ता से नज़दीकियां ज्यादा है वह सत्ता के प्रभाव के चलते जमीनों का गलत फायदा उठाने के लिए तैयार हो चुके हैं । भैंसाली बस स्टैंड और ट्रांसपोर्ट नगर को आबादी से बाहर शिफ्ट कराने का प्लान है हालांकि यह बात अलग है कि कुछ बड़े लोगों के निजी स्वार्थ व नेताओं की राजनीति के चलते एक अच्छा प्लान जमीनी हकीकत नहीं बन पा रहा है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ के अध्यक्ष गौरव शर्मा बताते हैं कि इसके चलते टीपी नगर को पहले भी वेदव्यासपुरी शिफ्ट करने की योजना बनाई गई थी लेकिन यह योजना आगे नहीं बढ़ सकी। उसके बाद हापुड़ रोड के लोहिया नगर में इसकी कवायद की गई लेकिन वहां जगह की कमी व बात बता कर ट्रांसपोर्टरों ने जाने से इंकार कर दिया । उसके बाद वहां सब्जी मंडी बना दी गई। साल 2009 में पांचाली में शिफ्ट किए जाने का प्रस्ताव रखा गया लेकिन अभी तक बात नहीं बन सकी है । अगर यह कहा जाए कि जिन व्यापारी नेताओं की पांचाली की जमीन में रकम फंसा रखी है उनमें से कुछ ने एक बार फिर से सत्ता से नजदीकियों का फायदा उठाते हुए कवायद शुरू की है । महानगर के जाम की समस्या के नाम पर अफसरों को पांचाली के किसानों से जमीन दिलाने की बात की जा रही है जबकि जानकरो का कहना है कि जमीन को दिलाने की बात करने वाले पहले यह जमीन को लेकर किसानों से सौदा पक्का कर चुके हैं। किसानों से जमीन पहले से ही सस्ते रेट में ली जा चुकी है। व्यापारी नेता यह चाहते हैं कि अफसरों से सांठगांठ करके जो सस्ते रेट में जमीन ली गई हैं उनको मोटे दामों में बेचा जाए और एक मोटी रकम अदा की जाए । व्यापारी नेता इस तरह का फायदा पहले भी उठा चुके हैं ।अब दोबारा यह चाहते हैं कि किसानों के द्वारा जो जमीन ली गई है उससे मोटी कमाई हो जाए और हमारे वारे न्यारे हो जाएं। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष गौरव शर्मा जी यह सब नहीं चाहते वह यह चाहते हैं की जहां भी ट्रांसपोर्ट नगर बने वहां के किसानों से जिस रेट में जमीन ली जाए वह सरकार को उसी रेट में मिले जिससे नया टीपी नगर बनने में आसानी हो।

मेरठ विकास प्राधिकरण तथा भू माफियाओं का गठजोड़ अगर ट्रांसपोर्ट नगर को फिर से पांचली में स्थानांतरित करने की बात करेगा तब उन परिस्थितियों में ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन मेरठ उपाध्यक्ष मेरठ विकास प्राधिकरण व भू माफियाओं/व्यापारी नेताओं के पुतले फूंक कर अपना रोष व्यक्त करने से पीछे नहीं हटेगी।

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