मेरठ में फिर शुरू हुई सप्ताहिक बंदी, पर इस बार शासन का आदेश नहीं; इनका है निर्णय Meerut News
Traders decide for one day weekly मेरठ में कोरोना के केस का तेजी से बढ़ने के कारण सप्ताहिक बंदी का निर्णय लिया गया है। मेरठ के मवाना में कुछ व्यापारियों ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए यह निर्णय लिया है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ में कोरोना के केस का तेजी से बढ़ने के कारण सप्ताहिक बंदी का निर्णय लिया गया है। मेरठ के मवाना में कुछ व्यापारियों ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को रोकने के लिए यह निर्णय लिया है। कोविड-19 के चलते व्यापारी संगठनों ने स्वेच्छा से लिए साप्ताहिक बंदी के निर्णय के तहत बुधवार को मवाना का बाजार बंद किया। हालांकि कुछ व्यापारियों ने दुकानें खोली लेकिन व्यापारी संगठनों ने आगे आकर उन्हें बंद करा दिया। जबकि इस बीच आपात कालीन सेवाएं मेडिकल स्टोर, नर्सिंग होम आदि पूर्व की तरह सुचारू रही।
यहां कोरोना के तेजी से बढ़ रही संख्या
कोविड-19 के रोगियों की संख्या में लगातार इजाफा होने से खुद को बचाने की चिंता भी घर करने लगी इसी के चलते काफी समय से मवाना के व्यापार संगठन के लोगों ने एक दिन की साप्ताहिक बंदी के प्रयास में लगे हुए थे। इस संबंध में उद्योग व्यापार संघ के अध्यक्ष विनोद गुप्ता समेत अन्य संगठन के लोग एसडीएम कमलेश कुमार गोयल को ज्ञापन देकर बंदी की मांग उठाई थी। जबकि कुछ संगठन साथ नहीं आने से गत पिछले सप्ताह बुधवार को बंदी नहीं हो सकी।
आपतकालीन व्यवस्था खुली रही
गत दिवस व्यापारी संगठनों की विधायक दिनेश खटीक की अगुवाई में बैठक हुई, जिसमें बुधवार को सर्वसम्मति से साप्ताहिक बंदी पर सहमति बनी। साथ ही एसडीएम मवाना, जिलाधिकारी को भी उक्त निर्णय से अवगत कराया। इसके साथ ही बुधवार को बाजार पूरी तरह बंद रहा हालांकि सुभाष चौक व अन्य स्थानों पर स्टेशनरी व अन्य दुकानें खुली लेकिन व्यापारी संगठनों ने आकर उन्हें बंद करा दिया। जबकि स्वास्थ्य सेवाएं व अन्य सेवाएं आपातकालीन सेवाएं पूरी तरह खुली रही।