सेना की ताकत..समझना चाहें तो पाइन डिव आएं
सेना दिवस और गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में पाइन डिव ने युवा पीढ़ी शहर के नागरिक और सैन्य परिजनों के लिए अपनी सेना को जानो नाम से आर्मी मेले का आयोजन किया है।
मेरठ, जेएनएन। सेना दिवस और गणतंत्र दिवस के उपलक्ष्य में पाइन डिव ने युवा पीढ़ी, शहर के नागरिक और सैन्य परिजनों के लिए 'अपनी सेना को जानो' नाम से आर्मी मेले का आयोजन किया है। दो दिवसीय आर्मी मेले का शुभारंभ शनिवार को पाइन डिवीजन के जनरल ऑफिसर कमाडिंग मेजर जनरल मानिक कुमार दास व पत्नी मीता दास ने स्कूली बच्चों व एनसीसी कैडेट्स के साथ किया। गणतंत्र दिवस की शुभकामना देते हुए जीओसी मेजर जनरल दास ने कहा कि यह इस आयोजन का प्रमुख उद्देश्य भारतीय सेना की ताकत, काबिलियत, जोश और इनकी तमाम खूबियां लोगों के समक्ष रखी जा सकें। दुश्मन को यह भी खबरदार करना मकसद है कि भारतीय सेना अपने साजो सामान और अपने सैनिकों के बलबूते किसी भी जगह पर कामयाबी हासिल करने में सक्षम है।
युवाओं के लिए है बेहतरीन करियर
जीओसी ने युवाओं से कहा कि सेना में बेहतरीन करियर है, जो आपको यहा दिखाई दे रहा है। एनसीसी कैडेट्स की संख्या देख खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि यह उनके भविष्य में फौज का हिस्सा बनने पर सैन्य ट्रेनिंग में मददगार होगी। युवा पीढ़ी को सेना में शामिल होकर बेहतरीन करियर के साथ ही देश सेवा से भी जुड़ना चाहिए। सैन्य परिजनों से जीओसी ने कहा कि यह अच्छा अवसर है जब परिवार के लोग भी सेना का कार्य देख सकते हैं। उन्हें भी पता चलेगा कि हमारे साजो सामान को संभालने और ट्रेनिंग में अधिक समय लगता है, जिस कारण सैनिक लंबे समय तक घर से दूर रहते हैं।
हथियार देखा और उसके बारे में बताया भी
जीओसी मेजर जनरल मानिक कुमार दास ने आर्मी मेले में प्रदर्शनी में लगाए गए सभी हथियारों व उपकरणों को सपरिवार देखा। साथ ही उन्होंने बच्चों को इन हथियारों की खूबियों व मारक क्षमता से भी रूबरू कराया। जीओसी ने 7.62 एमएम एलएमजी गन को करीब से देखा और बताया कि इस गन से एक मिनट में हजार राउंड फायर सामने से एक साथ सैकड़ों की संख्या में हमला कर रहे दुश्मनों को रोका व मारा जा सकता है।
बच्चों को परिजनों में खूब दिखा उत्साह
आर्मी मेले को देखने के लिए आर्मी पब्लिक स्कूल व केंद्रीय विद्यालयों के अलावा अन्य सीबीएसई व यूपी बोर्ड के स्कूली बच्चे भी पहुंचे। छात्र-छात्राओं व शिक्षकों ने हथियार और सैनिकों के साथ तस्वीरें ली और गन के बारे में विस्तार से जाना भी। सुबह सर्दी अधिक होने के बावजूद 10 बजे के पहले से ही बच्चे आर्मी मेले में पहुंचने लगे थे और दोपहर तक स्कूल ड्रेस में बच्चे आते रहे। दोपहर बाद भी बच्चे परिजनों के साथ आर्मी मेले में पहुंचे। लगातार बजते नए व पुरानी फिल्मों के देशभक्ति गीतों ने सैनिकों और युवाओं में जोश भरने का काम किया।
भविष्य के हथियारों में लेजर अवेंजर से मैग्नीटो भी
सैनिकों ने छात्रों को भविष्य की तकनीकी से सुसज्जित हथियारों की जानकारी भी दी। अमेरिका ने ईरान के जनरल कासिम सुलेमानी को मारने के लिए 'पेडिएटर ड्रोन' का इस्तेमाल किया। सिसमें टारगेट की तस्वीर डालने से वह आसमान से ही हर जगह खोजता रहता है। जमीन पर कहीं भी टारगेट खुले आसमान के नीचे दिखा तो यह ड्रोन पहचान कर हमला करता है। इसी तरह इजराइली तकनीकी से बने ड्रोन किलर, सैनिक की क्षमता बढ़ाने वाले ह्यूमन यूनिवर्सल लोड कॉर्नर, माइक्रो इलेक्ट्रो मैकेनिकल सिस्टम से सुसज्जित साइबर्ग बग्स-हाइब्रिड इंसेक्ट, एडीएस अंडर वाटर गन, मैग्नीटो-हाइड्रो डाइनामिकएक्सप्लोसिव मॉनीटर, डीआरडीओ का आर्म्ड रोबोटिक ग्रेनेड लांचर,, लेजर अवेंजर, इलेक्ट्रो मैग्नेटिक रेल गन, कॉर्नर शॉट गन आदि तकनीकी की जानकारी दी।
आज भी चलेगा आर्मी मेला
दो दिवसीय आर्मी मेला रविवार को भी चलेगा। रविवार को भी लोग सुबह नौ बजे से शाम पांच बजे तक सैन्य उपकरण देख सकेंगे। छात्रों व शहर के लोगों का जोश देखते हुए जीओसी ने ही दूसरे दिन भी आर्मी मेले को सुबह से शाम तक खुले रखने को कहा है।