CCSU में मूल्‍यांकन केंद्र बनाए गए चार, लेकिन कॉपियों को जांचने से कन्नी काट रहे शिक्षक

चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में चार मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। सभी सेंटरों पर शिक्षक कम आ रहे हैं। नोडल केंद्रों पर कल बैठक होगी।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Tue, 02 Jun 2020 03:15 PM (IST) Updated:Tue, 02 Jun 2020 03:15 PM (IST)
CCSU में मूल्‍यांकन केंद्र बनाए गए चार, लेकिन कॉपियों को जांचने से कन्नी काट रहे शिक्षक
CCSU में मूल्‍यांकन केंद्र बनाए गए चार, लेकिन कॉपियों को जांचने से कन्नी काट रहे शिक्षक

मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में मूल्यांकन का कार्य शुरू हो चुका है, लेकिन परीक्षकों की कमी बनी हुई है। मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय में चार सेंटर बनाए गए हैं। सभी सेंटरों पर शिक्षक कम आ रहे हैं। मेरठ के अलावा बाहरी जिले के शिक्षक कम पहुंच रहे हैं। इससे मूल्यांकन प्रभावित हो रहा है। विश्वविद्यालय ने पूर्व में शिक्षकों पर सख्ती की है। जिसमें मूल्यांकन करने वाले शिक्षक को ही आगे प्रयोगात्मक और मौखिक परीक्षा में परीक्षक बनाने की जिम्मेदारी दी गई है। इसके बावजूद मूल्यांकन करने के लिए शिक्षक गम्भीर नहीं हैं।मूल्यांकन में जो शिक्षक पहुंच रहे हैं ।ज्यादातर रिटायर्ड हैं या सेल्फ फाइनेंस कॉलेजों के शिक्षक हैं। एडेड कॉलेजों के शिक्षक मूल्यांकन में कम पहुंच रहे हैं। विश्वविद्यालय ने इस बार केंद्रीय मूल्यांकन के साथ-साथ कुछ कॉलेजों में भी व्यवस्था की है। इसके लिए अन्य जिलों में नोडल केंद्र बनाए गए हैं ।इन नोडल केंद्रों के माध्यम से भी विश्वविद्यालय की कॉपियां जांची जाएंगी।

नोडल केंद्र की आज बैठक

कॉपियों का मूल्यांकन नोडल केंद्रों पर अभी नहीं शुरू किया गया है। बुधवार को सभी नोडल केंद्रों की बैठक बुलाई गई है। बैठक में प्राचार्य को आवश्यक दिशा निर्देश दिए जाएंगे। कोरोना की वजह से विश्वविद्यालय ने इस बार मूल्यांकन में विकेंद्रीकरण किया है।

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