दिन का तापमान बढ़ने के बाद भी जिंदा है स्वाइन फ्लू का वायरस, करें बचाव

दिन का तापमान बढ़ने के बाद भी स्वाइन फ्लू का वायरस जिंदा है। यह एक खतरनाक संकेत हो सकता है क्योंकि इसकी चपेट में आने वालों की संख्या बढ़ती ही जा रही है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sat, 02 Mar 2019 03:33 PM (IST) Updated:Sat, 02 Mar 2019 03:33 PM (IST)
दिन का तापमान बढ़ने के बाद भी जिंदा है स्वाइन फ्लू का वायरस, करें बचाव
दिन का तापमान बढ़ने के बाद भी जिंदा है स्वाइन फ्लू का वायरस, करें बचाव

मेरठ, जेएनएन। स्वाइन फ्लू के वायरस ने चिकित्सा विज्ञान को भी चौंका दिया है। अमूमन सर्दियों का वायरस माना जाने वाला एच1एन1 अब बढ़ते तापमान में भी खुद को ढाल चुका है। दिन का तापमान बढ़ने के बाद भी वायरस का संक्रमण बना हुआ है। शनिवार को आठ नए मरीज मिले हैं।
441 मरीजों में हुई स्वाइन फ्लू की पुष्टि
लखनऊ, गाजियाबाद एवं आगरा समेत तमाम जिलों के मुकाबले मेरठ में ज्यादा मरीज मिले हैं। मेडिकल कॉलेज के माइक्रोबायोलोजी विभाग ने शनिवार को 36 सैंपलों की जांच की, जिसमें आठ में एच1एन1 की पुष्टि हुई। जनवरी से अब तक मेडिकल कॉलेज में 1250 सैंपलों की जांच की गई है। जिनमें 441 में स्वाइन फ्लू की पुष्टि हुई है। सीएमओ डा. राजकुमार ने बताया कि ये वायरस वातावरण के मुताबिक खुद को ढाल रहा है। इधर, दिन में ठंडी हवाएं चलने के साथ धूप में उतार-चढ़ाव से वायरस का तेवर बिगड़ गया। रात में कड़ी सर्दी से वायरस को बढ़ने का मौका मिल रहा है। माइक्रोबायोलोजिस्ट डा. अमित गर्ग ने बताया कि एच1एन1 दो बार मध्य गर्मियों यानी जून और जुलाई के बीच संक्रमित हो चुका है। वायरस में हल्के चेंज से भी परिस्थिति के मुताबिक ढलने की क्षमता आ जाती है।
ऐसे करें बचाव

गुनगुने दूध में कच्ची हल्दी घोलकर लें। यह शरीर में सूजन घटाने के साथ ही हर प्रकार के संक्रमण से मुकाबला करेगा। दही, पनीर, दाल, सोयाबीन, व मीट खाएं। प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। प्राणायाम से निमोनिया का खतरा कम होगा। गिलोय, तुलसी, काली मिर्च, सोंठ का काढ़ा पिएं। यह वायरल संक्रमण से बचाएगा। एच1एन1 वायरस हवा में देर तक जिंदा रहता है। दिन में कई बार हाथ धोएं।

टेमीफ्लू लें
तेज बुखार और गले में भारी खराश हो तो घर में ही टेमीफ्लू देना चाहिए। किंतु स्वाइन फ्लू की जांच जरूरी नहीं है। ब्राड स्पेक्ट्रम एंटीबायोटिक दी जा सकती है।
छींकने वालों से रहें दूर
छींकने वाले से दूर रहें। किसी टेबल, दरवाजे, हैंडल या ठोस वस्तु को न छुएं। हल्दी, लहसुन, अदरक और विटामिन सी युक्त फल खाएं। इससे वायरस कमजोर पड़ेगा।
..ऐसा है तो भर्ती कराएं
सांस फूलने, सीने में दर्द, निद्रा, रक्तचाप गिरने, खून के साथ बलगम और नाखून नीले पड़ें तो भर्ती कराने के साथ ही तत्काल जांच कराएं।
ऐसा है तो घर पर रहें
हल्का बुखार, कफ, गले में खराश, बदन दर्द, डायरिया वाले मरीजों की जांच जरूरी नहीं होगी। ये घर पर रहें। 24 से 48 घंटे में जांच कराएं।
इनका कहना है
एच1एन1 वायरस सर्द मौसम में बढ़ता है, किंतु गर्मी में भी संक्रमित होने लगा है। मरीज भीड़भाड़ से बचें। इस बार का वायरस जानलेवा नहीं है।
-डा. राजकुमार, सीएमओ

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