सुलेमान गैंग ने की थी छोटा मवाना में चोरी

छोटा मवाना में एक सप्ताह पहले लाखों की चोरी सुलेमान गैंग ने की थी। पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर वारदात का राजफाश कर दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:06 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 07:06 AM (IST)
सुलेमान गैंग ने की थी छोटा मवाना में चोरी
सुलेमान गैंग ने की थी छोटा मवाना में चोरी

मेरठ, जेएनएन। छोटा मवाना में एक सप्ताह पहले लाखों की चोरी सुलेमान गैंग ने की थी। पुलिस ने चार बदमाशों को गिरफ्तार कर वारदात का राजफाश कर दिया है। नकदी और चोरी हुए वारदात भी बरामद हो गए हैं। इनके कब्जे से दो तमंचे और एक बाइक भी बरामद हुई है। पकड़े गए दो बदमाश अलीगढ़ के हैं। छोटा मवाना के पूर्व प्रधान ईश्वरचंद त्यागी समेत चार लोगों के घरों से लाखों रुपये के जेवरात और नकदी चोरी हुई थी। इसके विरोध में ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया था। सीओ उदय प्रताप सिंह ने शुक्रवार को पत्रकार वार्ता में बताया कि चेकिंग के दौरान एक बाइक पर तीन संदिग्धों को रोका गया। इन्होंने अपने नाम भैंसा निवासी शाहिद पुत्र परवेज, कोडियागंज अलीगढ़ निवासी शाहरुख पुत्र रईसुद्दीन और बुढ्ढन पुत्र दौलत खां निवासी कोडियागंज निवासी अकराबाद अलीगढ़ बताया। इन लोगों ने छोटा मवाना में चोरी करने की बात स्वीकार की। इन्होंने नकदी और जेवरात भी बरामद करा दिए। इन्होंने अपने चौथे साथी भैंसा निवासी शाहनवाज पुत्र मेहराजुद्दीन को भी पकड़वा दिया। ये सभी बदमाश अलीगढ़ निवासी सुलेमान गैंग के हैं। इंस्पेक्टर प्रेमचंद शर्मा ने बताया कि इनके शेष साथियों को भी जल्द ही दबोच लिया जाएगा।

दो माह से सिरदर्द बना सुलेमान गैंग

अलीगढ़ का गैंगस्टर सुलेमान गैंग दो माह से मवाना पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था। इन लोगों ने छोटा मवाना में चोरी और दूधली बांगर निवासी सुधीर चौधरी के घर पर डकैती डाली थी। एसएसपी ने वारदात के राजफाश के लिए एसओजी को भी लगाया था। थाना पुलिस मामले को संदिग्ध बताकर पल्ला झाड़ने में लगी थी। ग्राम प्रधान संगठन पुलिस के खिलाफ लामबंद हो गए थे। सलमान गैंग ने सर्विलांस और एसओजी को भी खूब छकाया। बदमाश अपने दूसरे साथियों के नंबरों से फोन करते रहे। हालांकि बीटीएस के दौरान पुलिस को कुछ संदिग्ध नंबर मिले। इन्हीं के आधार पर बदमाशों को पकड़ा गया।

पुलिस के राजफाश से उलझे पीड़ित

पुलिस ने छोटा मवाना समेत कई चोरियों का राजफाश करने का दावा किया, लेकिन इससे पीड़ित उलझ गए। सीओ ने राजफाश का दावा किया। पीड़ितों से बिना शिनाख्त कराए ही जेवरात सील कर दिए। जानकारी मिलने पर कई पीड़ितों ने थाने के चक्कर लगाए, लेकिन उन्हें किसी ने यह नहीं बताया कि कितना सामान बरामद हुआ और किसका सामान बरामद हुआ। इससे पीड़ितों में पुलिस के प्रति नाराजगी है।

इन्होंने कहा-

रात में ही बरामदगी के बाद माल सील कर दिया गया था। पीड़ित इस संबंध में जांच अधिकारी से संपर्क कर सकते हैं। वे उन्हें पूरे मामले की जानकारी देंगे।

उदयप्रताप सिंह, सीओ मवाना।

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