डिजिटल दौर में घर बैठे हो सकती है उम्दा पढ़ाई

सीसीएसयू में आयोजित गोष्ठी में प्रो. जी गोपाल रेड्डी ने उच शिक्षा की स्थिति पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि अब उच शिक्षा को आम लोग तक पहुंचाया जा रहा है।

By Edited By: Publish:Sun, 02 Sep 2018 05:00 PM (IST) Updated:Sun, 02 Sep 2018 05:00 PM (IST)
डिजिटल दौर में घर बैठे हो सकती है उम्दा पढ़ाई
डिजिटल दौर में घर बैठे हो सकती है उम्दा पढ़ाई
मेरठ। आज उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए केवल विश्वविद्यालय पर निर्भरता नहीं रही है। डिजिटल दौर में अब छात्रों के घर तक उच्च शिक्षा की पहुंच हो गई है। यह कहना है विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सदस्य प्रो. जी. गोपाल रेड्डी का। वह चौ. चरण सिंह विवि के आइक्यूएसी (आंतरिक गुणवत्ता सुनिश्चयन प्रकोष्ठ) की ओर आयोजित गोष्ठी में बोल रहे थे। विवि के राजनीति विज्ञान विभाग में पं. दीन दयाल उपाध्याय सभागार में आयोजित गोष्ठी में प्रो. रेड्डी ने उच्च शिक्षा की स्थिति पर प्रकाश डाला। कहा कि यूजीसी उच्च शिक्षा के क्षेत्र में सुधार करने की कोशिश में है। जिस तरह से पहले उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए छात्रों को दूर जाना पड़ता था। अब दूरस्थ शिक्षा और डिजिटल तकनीकी से उच्च शिक्षा को आम लोग तक पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने प्राचीन भारत की शिक्षा की चर्चा करते हुए कहा कि कभी नालंदा, उज्जैन, तक्षशिला जैसे शिक्षण संस्थानों में विदेश से भी विद्यार्थी आते थे। वहीं आज यहां से विद्यार्थी बाहर जाकर शिक्षा ग्रहण करने में गौरव महसूस करते हैं। आज शिक्षण संस्थानों की संख्या बढ़ाने की जरूरत नहीं है। बल्कि गुणवत्ता सुधारने की जरूरत है। कला संकायाध्यक्ष प्रो. बीर सिंह, छात्र अधिष्ठाता कल्याण प्रो. वाई विमला, प्रो. संजीव कुमार शर्मा, डा. राजेंद्र कुमार ने प्रो. रेड्डी को बधाई दी। प्रो. पवन कुमार शर्मा ने अतिथि का परिचय दिया। संचालन रेखा दक्ष ने किया। डा. नरेंद्र सिंह, सुषमा रामपाल, भूपेंद्र प्रताप सिंह, मनोज कुमार, देवेंद्र कुमार, सीमा, मीनाक्षी, रवि पोसवाल, नितिन त्यागी, प्रो. पीके मिश्र, प्रो. दिनेश शर्मा, प्रो. विध्नेश त्यागी, प्रो. ओमवीर चौहान, डा. सत्यप्रकाश गर्ग आदि उपस्थित रहे। चयनित होने पर सम्मान यूजीसी के सदस्य प्रो. जी गोपाल रेड्डी को अंतरराष्ट्रीय राजनीति विज्ञान परिषद में कार्यकारिणी सदस्य चयनित किया गया है। जिसके लिए उन्हें विवि में स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
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