मेरठ में गांव-गांव अलाव पर कृषि कानून पर बात करेंगे सपाई, बताएंगे क्‍यों होना चाहिए विरोध

किसानों को कृषि कानून के बारे में समझाने के लिए समाजवादी पार्टी गांव-गांव जाकर किसनों से चर्चा करेगी। इस दौरान 25 दिसंबर से कार्यकर्ता अलाव पर किसानों से बात करेंगे। सपा बताएगी कि क्‍यों इस कानून का विरोध होना जरुरी है।

By Himanshu DiwediEdited By: Publish:Mon, 21 Dec 2020 06:57 PM (IST) Updated:Mon, 21 Dec 2020 06:57 PM (IST)
मेरठ में गांव-गांव अलाव पर कृषि कानून पर बात करेंगे सपाई, बताएंगे क्‍यों होना चाहिए विरोध
मेरठ में सपाईयों की अलाव पर किसानों से करेंगे चर्चा ।

मेरठ, जेएनएन। किसानों को कृषि कानून के बारे में समझाने के लिए समाजवादी पार्टी गांव-गांव जाकर किसनों से चर्चा करेगी। इस दौरान 25 दिसंबर से कार्यकर्ता अलाव पर किसानों से बात करेंगे। सपा बताएगी कि क्‍यों इस कानून का विरोध होना जरुरी है। साथ ही इस कानून से किसानों के नुकसान होने के बारे में बताएगी। सपा ने इसका नाम 'अलाव घेरा चौपाल' रखा है।

जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह ने बताया कि पार्टी से निर्देश जारी हुआ है। इसके लिए सभी पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं को इसके बारे में अवगत करा दिया गया है। इस कार्यक्रम में कृषि कानून के बारे में किसानों को बताया जाएगा कि यह पूरी तरह से किसान विरोधी है। फसलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य के बारे जागरूक करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष द्वारा पत्र में यह स्पष्ट रूप से लिखा गया है कि देश के अन्नदाता ठंड में ठिठुरते हुए अपनी बात कहने के लिए प्रधानमंत्री से मिलना चाहते हैं लेकिन प्रधानमंत्री सिर्फ अपने मन की बात कर रहे हैं। सरकार के हठ की वजह से कई किसान अब तक जान गवां चुके हैं। इसलिए अलाव के चारों तरफ गोल घेरा बनाकर चौपाल में इन बातों पर ठीक से बात की जाएगी ताकि सभी किसानों को कानून की छिपी हुई हकीकत मालूम चल सके।

chat bot
आपका साथी