बंगाली आभूषण कारीगरों को लेकर धनबाद के लिए रवाना हुई Shramik special train, इन जगहों से सवार होंगे कामगार

मेरठ से रविवार को बंगाली कारिगरों का लेकर रवाना हो गई। इस संबंध में 1600 लोगों को लेकर रवाना हुई। साथ ही कई जगहों से कामगारों को भी इस ट्रेन पर सवार किया जाएगें।

By Prem BhattEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 12:05 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 12:05 AM (IST)
बंगाली आभूषण कारीगरों को लेकर धनबाद के लिए रवाना हुई Shramik special train, इन जगहों से सवार होंगे कामगार
बंगाली आभूषण कारीगरों को लेकर धनबाद के लिए रवाना हुई Shramik special train, इन जगहों से सवार होंगे कामगार

मेरठ, जेएनएन। लंबे जद्दोजहद के बाद पश्चिम बंगाल जाने के लिए मिली श्रमिक स्पेशल ट्रेन में 1600 लोग रवाना हुए। वहीं बिहार और झारखंड के लिए भी एक ट्रेन दोपहर 12 बजे रवाना हुई जिसमें 326 कामगार गए। रविवार को सुबह के समय चार्जिगं रैम के सामने जमुनिया बाग ग्राउंड से लेकर जैन बोर्डिंग स्कूल के आगे तक लगभग एक किलोमीटर कतार लगी। बैग और भारी भरकम सामान लिए कामगारों को परेशानी उठानी पड़ी लेकिन मौसम अनुकूल रहने से पिछले 18 और 19 मई को गई ट्रेनों की तुलना में राहत रही।

इन जगहों से सवार होंगे कामगार

प्रशासन ने बिहार जाने वाले कामगारों को भैंसाली बस अड्डे पर सुबह के समय एकत्र होने का मैसेज दिया था। बस अड्डे पर कामगारों और उनके परिवार के सदस्यों का नाम पता नोट किया गया। थर्मल स्क्रीनिंग हुई। जिसके बाद सिटी बसों में बैठा कर उन्हें सिटी स्टेशन ले जाया गया। जहां रेलवे के कार्मिशयल स्टाफ ने उन्हें मेरठ से धनबाद तक निश्शुल्क टिकट दिया। बुलंदशहर से भी 86 कामगार आए। 12.07 बजे ट्रेन रवाना हुई। इस ट्रेन में मुरादाबाद, बरेली आदि जनपदों से भी कामगार बैठेंगे।

कारिगारों का बैठने की थी व्‍यवस्‍था

जमुनिया बाग में पश्चिम बंगाल जाने वाले कामगारों को दोपहर 12 बजे एकत्र होने के लिए कहा गया था। लेकिन वहां पर सुबह 10 बजे से ही कतारें लगनी शुरु हो गई। रेलवे रोड पर लंबी कतार लगने के बाद दूसरी ओर भी कतार लगवाई गई। शनिवार की रात अच्छी बारिश होने से मैदान में जगह जगह कीचड़ हो गया था। आनन फानन में टेंट आदि लगा कर कामगारों के बैठने की व्यवस्था बनायी गई। लिखापढ़ी और शारीरिक जांच के बाद कामगारों को जिनमें अधिकांश स्वर्ण आभूषण के व्यवसाय से जुड़े कारीगर थे, सिटी बसों से स्टेशन परिसर तक पहुंचाया गया। एक बजे से सवा चार बजे तक लगातार श्रमिकों का स्टेशन पर आते रहे। जबकि ट्रेन का निर्धारित समय शाम चार बजे का था। 4.35 बजे ट्रेन रवाना हुई।

इस अवसर बंगाली स्वर्ण आभूषण कारीगर वेलफेयर एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने जा रहे कारीगरों पर पुष्पवर्षा की और वंदे मातरम के नारे लगाए। एडीएम वित्त सुभाष चंद प्रजापति, एडीएम सिटी अजय तिवारी, नोडल अधिकारी प्रवीणा अग्रवाल, एसपी ट्रैफिक, रेलवे ट्रैफिक पर्यावेक्षक उपेंद्र सिंह, उप स्टेशन अधीक्षक राजेश्वर शर्मा आदि मौजूद रहे।  

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