महिलाओं के लिए सबसे जरूरी है सुरक्षा और शिक्षा
मौका विधानसभा चुनाव का है और संयोग से मंगलवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस भी है। परंपरागत रूप से राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मतदान की शपथ ली जाती है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान सभी को अवश्य करना चाहिए।
मेरठ, जेएनएन। मौका विधानसभा चुनाव का है और संयोग से मंगलवार को राष्ट्रीय मतदाता दिवस भी है। परंपरागत रूप से राष्ट्रीय मतदाता दिवस के अवसर पर मतदान की शपथ ली जाती है। लोकतंत्र की मजबूती के लिए मतदान सभी को अवश्य करना चाहिए। मगर अब जब दो संयोग एक साथ बन रहे हों तब यह भी याद करना चाहिए कि किस उम्र और लिंग के मतदाताओं की क्या प्राथमिकता है। महिलाओं को लेकर सभी पार्टियों ने अपनी प्राथमिकताएं गिनाई हैं। भाजपा महिलाओं की सुरक्षा की बात करती है, तो काग्रेस ने 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देकर अपनी प्राथमिकता दिखाई है। अन्य पार्टिया भी कुछ न कुछ कर रही हैं। इस मौके पर आइए जानते हैं महिलाएं आखिर किन मुद्दों पर वोट करने वाली हैं। लोकतांत्रिक प्रक्रिया को सक्रिय करने के लिए मतदान जरूरी है। संविधान ने हमें मतदान का अधिकार दिया है, जिससे हम योग्य प्रतिनिधि का चुनाव कर सकें। मेरा वोट ऐसी सरकार के लिए होगा जो महिला वर्ग को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करेगी। नारी सुरक्षा के अलावा युवाओं को रोजगार, भ्रष्टाचार की रोकथाम अलावा शिक्षा पर बल दें। नारी सुरक्षा समाज के लिए बड़ा मुद्दा रहा है। नारी स्वतंत्र हैं लेकिन उसकी सुरक्षा सबसे ज्यादा जरूरी हैं।
-डा. दीपा त्यागी हम सभी को मतदान के अधिकार का प्रयोग विवेकपूर्ण करना चाहिए। सबसे ज्यादा जरूरी है कि लोग घरों से निकल कर अपने मतदान का प्रयोग करें। मैं अपना मतदान ऐसे प्रत्याशी को देना चाहती हूं, जो संकीर्ण मानसिकता से ऊपर उठकर सभी वर्गो के लिए कार्य करें और शिक्षा के क्षेत्र में अपनी अग्रणी भूमिका निभाएं। शिक्षा से ही हम अपने देश, समाज और सभी वर्गो का विकास कर सकते हैं।
-डा. वेणु वनिता हमें ऐसी सरकार की जरूरत है, जो धर्म, जाति और भाषा के आधार पर राजनीति न करे। उसके लिए हर व्यक्ति सामान हो, जो जनता के प्रति जवाबदेह हो और उसका प्रतिनिधित्व करे। नेताओं की जिम्मेदारी मात्र भाषणबाजी करना नहीं बल्कि जनता का पक्ष रखना है। अब समाज को जाति धर्म से उठकर देश के लिए काम करने की जरूरत है।
-सोनिका नागर हमारा मतदान सिर्फ हमारा भविष्य ही नहीं बल्कि देश का विकास और भावी पीढ़ी का भविष्य भी तय करता है। महिला रोजगार और सुरक्षा सरकार की बड़ी जिम्मेदारी है। महिलाएं जब रात में कामकाज से घर लौटे और बालिका कालेज से घर आए तो वह बेखौफ रहे। परिस्थितियां बदल रही हैं, लेकिन अभी और बदलाव और सख्त कानून बनाने की जरूरत है।
-सिद्धि गुप्ता