CAA Protest: प्रियंका बोलीं-पुलिस का काम जनता को न्याय दिलाना, लेकिन यहां उल्टा हुआ

कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा ने शनिवार की सुबह मुजफ्फरनगर में हिंसा में मारे गए नूर मोहम्‍मद के परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद वह करीब एक बजे मेरठ पहुंचीं।

By Prem BhattEdited By: Publish:Sat, 04 Jan 2020 10:30 AM (IST) Updated:Sat, 04 Jan 2020 03:11 PM (IST)
CAA Protest: प्रियंका बोलीं-पुलिस का काम जनता को न्याय दिलाना, लेकिन यहां उल्टा हुआ
CAA Protest: प्रियंका बोलीं-पुलिस का काम जनता को न्याय दिलाना, लेकिन यहां उल्टा हुआ

मेरठ, जेएनएन। कांग्रेस महासचिव प्रियंका वाड्रा शनिवार को गुपचुप तरीके से मुजफ्फरनगर के शहर कोतवाली क्षेत्र के किदवई नगर स्थित मौलाना असद रजा हुसैन के घर पहुंचीं। यहां 20 दिसंबर को हुए उपद्रव में घायलों से भी मिलीं। इसके बाद हिंसा में मारे गए नूर मोहम्मद के घर पहुंचीं। उन्होंने नूर मोहम्मद की पत्नी से बात की। पूर्व राज्यसभा सदस्य व कांग्रेस नेता हरेंद्र मलिक के घर पहुंचकर पत्रकारों से रूबरू हुई। वहीं दोपहर बाद मेरठ में हिंसा के मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात के दौरान उन्‍होंने कांग्रेस नेताओं से इस मामले में पीड़ितों परिवारों की ओर से पुलिस के खिलाफ केस दर्ज कराने को भी कहा। लगभग दो बजे प्रियंका वाड्रा मेरठ से दिल्‍ली के लिए रवाना हो गईं। 

मदरसे में बच्‍चों से की गई मारपीट

प्र‍ियंका ने कहा कि 20 दिसंबर को मदरसे में घुसकर पुलिस ने बच्चों के साथ मारपीट की। कई लोगों को गिरफ्तार कर लिया। मौलाना को भी मारपीट कर घायल किया गया। उन्होंने कहां की पुलिस का काम लोगों को न्याय दिलाना होता है न कि उनके साथ मारपीट करना। यहां उल्‍टा हुआ है। कहा कि जिनके साथ अन्‍याय हुआ है हम उनके साथ खड़े हैं। वह तोड़फोड़ व उत्पीड़न की रिपोर्ट राज्यपाल को भेज चुकी हैं।

मेरठ में पीड़ितों से 25 मिनट की मुलाकात  

मेरठ के परतापुर में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से प्रियंका वाड्रा ने करीब 25 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान मृतकों के परिजनों ने प्रियंका से कहा कि उन्‍हें यहां परेशान किया जा रहा है। प्रियंका ने आश्‍वासन देते हुए कहा कि वह हर दुख सुख में उनके साथ है। उन्‍हें न्‍याय दिलाया जाएगा। इस दौरान प्रियंका ने कांग्रेस नेताओं को निर्देश दिए कि मेरठ में हुई हिंसा के मामले में पीड़ित परिवार वालों की ओर से पुलिस के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराएं। इस दौरान सहारनपुर से पूर्व विधायक इमरान मसूद और मेरठ के जिलाध्‍यक्ष अवनीश काजला भी मौजूद रहे। इसके बाद लगभग दो बजे प्रियंका वाड्रा मेरठ से दिल्‍ली के लिए रवाना हो गईं। इसके पहले वह कुछ देर एक होटल में रुकी। यहां से भूड़बराल पहुंचीं और बीस दिसंबर को हुई हिंसा में मारे गए जहीर, आसिफ पुत्र इदुल हसन, अलीम, आसिफ व मोहसिन के परिजनों से बात की। मेरठ में हिंसा में छह लोगों की मौत हुई थी।

मेरठ टोल पर प्रियंका के पहुंचते ही कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी

कुछ देर में मेरठ में हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से भूडबराल में मिलेंगी प्र‍ियंका वाड्रा। मुजफ्फरनगर से लौटते वक्‍त मेरठ के सिवाया टोल प्‍लाजा पर प्रियंका की गाड़ी रुकते ही भाजपा कार्यकर्ता दौराला निवासी सुदेश अहलावत ने कांग्रेस के खिलाफ नारेबाजी की। पुलिस ने पकड़ा, काफिला जाने के बाद छोड़ा। बीस दिसंबर को मेरठ में हिंसा में छह लोग मारे गए थे। इसके पूर्व बीते 24 दिसंबर को प्रियंका वाड्रा और राहुल गांधी को मेरठ आने से रोका गया था, दोनों यहां पर बीस दिसंबर को जुमे की नमाज की बाद हुई हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मिलने आ रहे थे।

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