सीसीएसयू में चार केंद्रों व दो पालियों में होगी पीएचडी प्रवेश परीक्षा, जल्‍द जारी होगा शेड्यूल

phd entrance exam चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी की प्रवेश परीक्षा शनिवार तीन व रविवार चार दिसंबर को आयोजित की जा रही है। इस बाबत विश्वविद्यालय की ओर से चार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें दो परीक्षा केंद्र मेरठ और दो परीक्षा केंद्र गाजियाबाद में हैं।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Wed, 23 Nov 2022 09:50 AM (IST) Updated:Wed, 23 Nov 2022 09:50 AM (IST)
सीसीएसयू में चार केंद्रों व दो पालियों में होगी पीएचडी प्रवेश परीक्षा, जल्‍द जारी होगा शेड्यूल
सीसीएसयू में पीएचडी प्रवेश परीक्षा की तैयारी ।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Chaudhary Charan Singh University Meerut चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से पीएचडी की प्रवेश परीक्षा शनिवार तीन व रविवार चार दिसंबर को आयोजित की जा रही है। इस बाबत विश्वविद्यालय की ओर से चार परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इनमें दो परीक्षा केंद्र मेरठ और दो परीक्षा केंद्र गाजियाबाद में हैं। गाजियाबाद में दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे पर मसूरी कैनाल स्थित भगवती इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड साइंस और साहिबाबाद इंडस्ट्रियल एरिया के पायनियर काम्प्लेक्स स्थित वास इंडिया कम्यूनिकेशंस में प्रवेश परीक्षा होगी।

वहीं मेरठ के दो परीक्षा केंद्र एमएच-58 स्थित मेरठ इंस्टीट्यूट आफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलाजी और सुभारती इंस्टीट्यूट आफ टेक्नोलाजी एंड इंजीनियरिंग है। कंप्यूटर आधारित यह प्रवेश परीक्षा दो पालियों में होगी। प्रथम पाली सुबह 10 बजे से दोपहर 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर तीन बजे से शाम पांच बजे तक होगी। दोनों पालियों में अलग अभ्यर्थी होंगे। प्रवेश परीक्षा के एडमिट कार्ड मंगलवार को डाउनलोड होने शुरू हो गए हैं। अभ्यर्थी एडमिट कार्ड डाउनलोड कर अपनी पाली व तिथि देख सकते हैं। जल्द ही प्रवेश परीक्षा का शेड्यूल भी जारी होगा।

कालेजों ने पंजीकरण खोलने की मांग की

स्नातक में 44 प्रतिशत और परास्नातक में 28 प्रतिशत सीटें रिक्त रहने के कारण सेल्फ फाइनेंस डिग्री कालेजेस वेल्फेयर एसोसिएशन ने विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला से पंजीकरण दोबारा खोलने की मांग की है। संगठन प्रतिनिधियों ने कुलपति से मुलाकात कर प्रत्यावेदन दिया है कि कालेजों में सीटें खाली हैं और अब तक भी ऐसे विद्यार्थी प्रवेश के लिए कालेज पहुंच रहे हैं जो पंजीकृत नहीं हैं। संगठन के उपाध्यक्ष व प्रवक्ता कुलदीप चौहान के अनुसार कालेजों में रिक्त सीटों से छात्रों व कालेजों का नुकसान होने के साथ ही विश्वविद्यालय के राजस्व का भी नुकसान होगा। ऐसे में पंजीकरण दोबारा खोलने की मांग पर कुलपति ने विचार कर उचित निर्णय लेने का आश्वासन दिया है।

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