अब बारिश ने डाला एक्सप्रेस-वे के काम में खलल
वायु प्रदूषण के चलते रुके निर्माण कार्यो को शुरू करने की अनुमति कुछ दिन पहले ही मिली थी। इसके बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के काम भी शुरू हो गए थे लेकिन अब शुक्रवार को हुई तेज बारिश ने खलल डाल दी।
मेरठ, जेएनएन। वायु प्रदूषण के चलते रुके निर्माण कार्यो को शुरू करने की अनुमति कुछ दिन पहले ही मिली थी। इसके बाद दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे के काम भी शुरू हो गए थे, लेकिन अब शुक्रवार को हुई तेज बारिश ने खलल डाल दी।
परतापुर तिराहे पर इंटरचेंज व अंडरपास समेत सभी काम धीमे पड़ गए। अब बारिश रुकने और जमीन सूखने पर परतापुर तिराहे पर काम रफ्तार पकड़ेगा। परतापुर तिराहे पर दूसरे अंडरपास और दिल्ली रोड पर पहले ओवरब्रिज के नीचे मिट्टी समतल करने के बाद गिट्टी डालकर सड़क बनाने का काम होना है। शुक्रवार को गिट्टी डालने का काम हो रहा था, लेकिन बारिश के चलते यह काम धीमा पड़ गया है। देहरादून बाईपास के दोनों तरफ सड़क चौड़ीकरण होना है। प्रोजेक्ट मैनेजर दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे अरविंद कुमार का कहना है कि बारिश रुकने और जमीन सूखने के बाद ही अब ये काम शुरू हो सकेंगे। एनएचएआइ के अधिकारियों के अनुसार रविवार को संभावित रूट डायवर्जन बारिश की वजह से अब दो से तीन दिन आगे बढ़ सकता है। दरअसल, दिल्ली रोड पर ओवरब्रिज के दूसरे हिस्से पर गार्डर रखे जाने हैं, जिसके लिए रूट डायवर्जन होना है।
भ्रमित कतई न हों, इसी मार्ग से निकलेंगे वाहन
प्रोजेक्ट मैनेजर अरविंद कुमार का कहना है कि अगर आप दिल्ली रोड पर रूट डायवर्जन को लेकर भ्रमित हैं कि अब हापुड़ रोड से दिल्ली जाना पड़ेगा तो परेशान न हों। रूट डायवर्जन होगा, लेकिन परतापुर तिराहे पर दिल्ली रोड पर ही बने ओवरब्रिज के पहले हिस्से के नीचे से ही दोनों ओर वाहन निकाले जाएंगे। प्रोजेक्ट इंजीनियरों का कहना है कि ओवरब्रिज के पहले हिस्से की ऊंचाई भी ठीक है और पर्याप्त जगह है। सड़क भी ठीकठाक बनाई जाएगी। बीच में डिवाइडर भी दिया जाएगा।
रूट डायवर्जन के साथ ये भी रहेंगे इंतजाम
प्रोजेक्ट इंजीनियरों के मुताबिक दिल्ली रोड पर ओवरब्रिज के दूसरे हिस्से का काम करने के लिए पहले हिस्से के नीचे से ट्रैफिक डायवर्ट करने के लिए एनएचएआइ यातायात को सुचारू रखने के कई इंतजाम भी करेगा। सावधानी हटी दुर्घटना घटी, लो स्पीड, कार्य प्रगति पर है, यातायात व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग करें, यहां से गुजरें जैसे संकेतक व बोर्ड लगाए जाएंगे।