अब कोलंबो के स्वर्ण पदक पर टिकी किरन की निगाहें

मेरठ। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करने के बाद मेरठ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 22 Apr 2018 10:15 AM (IST) Updated:Sun, 22 Apr 2018 10:15 AM (IST)
अब कोलंबो के स्वर्ण पदक पर टिकी किरन की निगाहें
अब कोलंबो के स्वर्ण पदक पर टिकी किरन की निगाहें

मेरठ। प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर तक की प्रतियोगिताओं में शानदार प्रदर्शन करने के बाद मेरठ की शॉटपुट थ्रोवर किरन बालियान अब अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए तैयार हैं। अंडर-20 वर्ग में कोयंबटूर में जूनियर फेडरेशन कप में स्वर्ण पदक जीतने के बाद अब उनका अगला पड़ाव श्रीलंका का कोलंबो है। यहां पांच से नौ मई तक आयोजित तीसरे साउथ एशियन जूनियर एथलेटिक चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए किरन तीन मई को रवाना होंगी। इस प्रतियोगिता में भी उनकी निगाहें स्वर्ण पदक पर टिकी हुई हैं। तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हैं सामने

किरन के सामने अगले तीन महीने में तीन अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं हैं। मई में कोलंबो की प्रतियोगिता के बाद सात से 11 जून तक जापान में जूनियर एशियन गेम्स के लिए भी किरन ने क्वालीफाई कर लिया है। इस प्रतियोगिता के लिए वे चार जून को रवाना होंगी। इसके बाद जुलाई में जूनियर व‌र्ल्ड चैंपियनशिप फिनलैंड में होने जा रही है। एक से सात जुलाई के दौरान इस प्रतियोगिता में किरन को पूरी उम्मीद स्वर्ण जीतने की है। किरन के अनुसार पिछले साल इस प्रतियोगिता में 15:50 मीटर पर स्वर्ण पदक था और वह इतनी दूरी पर थ्रो फेंक रही हैं। अभ्यास में किरन 16:10 मीटर तक थ्रो कर चुकी हैं। नेशनल कैंप से जाएंगी विदेश

किरन वर्तमान में कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम में एथलेटिक्स कोच संदीप रनधावा और रॉबिन के मार्गदर्शन में अभ्यास कर रही हैं। इसके बाद 29 अप्रैल से पटियाला में नेशनल कैंप में जाएंगी और वहां से कोलंबो के लिए रवाना होंगी। क्षेत्रीय क्रीड़ा अधिकारी आल हैदर ने किरन बालियान को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दी है। मूल रूप से मुजफ्फरनगर के पुरबालियान की रहने वाली किरन के पिता सतीश बालियान 44 बटालियन पीएसी में कार्यरत हैं। उनकी माता बॉबी बालियान ही किरन के साथ स्टेडियम और प्रतियोगिताओं में आना-जाना करती हैं।

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