अमरोहा में NIA की दस्तक से मेरठ में मची खलबली
कल अमरोहा में एनआइए ने फिर छापेमारी की। इससे मेरठ में दिनभर खलबली मची रही। देर रात तक एनआइए के मेरठ पहुंचने के कयास लगाए जाते रहे।
मेरठ, जेएनएन। आतंकी कनेक्शन जुड़ने के बाद मेरठ में बुधवार को एक बार फिर खलबली मची रही। एनआइए सुहैल को साथ लेकर अमरोहा पहुंची थी, जिसके चलते मेरठ में भी छापामारी का अंदेशा दिनभर बना रहा। हालांकि, देर रात तक एनआइए के मेरठ पहुंचने की कोई पुष्टि नहीं हो सकी।
दस संदिग्धों को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि एनआइए ने गत 26 दिसंबर को 10 संदिग्धों को गिरफ्तार कर आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब ए इस्लाम का राजफाश किया था। हापुड़ के वैट निवासी साकिब से वॉट्सएप चैट के आधार पर राधना निवासी नईम का नाम हथियार मुहैया कराने के आरोप में सामने आया था। 26 दिसंबर को एनआइए की दबिश से पहले ही नईम फरार हो गया था। एनआइए द्वारा वांछित घोषित करने के बाद तीन जनवरी को नईम ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। चार जनवरी को दस दिन की रिमांड पर लेने के बाद एनआइए ने नईम को साथ लेकर छह जनवरी को राधना में फिर से दबिश दी थी।
महबूब के घर दबिश दी थी
सबसे पहले नईम और फिर उसके चचेरे भाई आरिफ के घर छानबीन करने के बाद एनआइए ने मतलूब व उसके भाई महबूब के घर दबिश दी थी। मतलूब की पत्नी से करीब दो घंटे पूछताछ कर एनआइए ने बैंक संबंधी दस्तावेज जुटाए थे। जिन तस्करों ने आतंकियों को हथियार बेचे थे, वे हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। लिहाजा एनआइए द्वारा कभी भी छापामारी का अंदेशा जताया जा रहा था। इसी कड़ी में बुधवार को एनआइए की टीम अमरोहा पहुंची तो किठौर सहित पूरे मेरठ में हलचल मच गई। एनआइए कभी भी पहुंच सकती है, यह चर्चा दोपहर से लेकर देर रात तक चलती रही। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को एनआइए मेरठ और आस-पास के इलाकों की खाक छान सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एनआइए के कहने पर हर संभव सहयोग दिया जाएगा।
दस संदिग्धों को किया था गिरफ्तार
गौरतलब है कि एनआइए ने गत 26 दिसंबर को 10 संदिग्धों को गिरफ्तार कर आइएसआइएस के नए मॉड्यूल हरकत उल हर्ब ए इस्लाम का राजफाश किया था। हापुड़ के वैट निवासी साकिब से वॉट्सएप चैट के आधार पर राधना निवासी नईम का नाम हथियार मुहैया कराने के आरोप में सामने आया था। 26 दिसंबर को एनआइए की दबिश से पहले ही नईम फरार हो गया था। एनआइए द्वारा वांछित घोषित करने के बाद तीन जनवरी को नईम ने पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था। चार जनवरी को दस दिन की रिमांड पर लेने के बाद एनआइए ने नईम को साथ लेकर छह जनवरी को राधना में फिर से दबिश दी थी।
महबूब के घर दबिश दी थी
सबसे पहले नईम और फिर उसके चचेरे भाई आरिफ के घर छानबीन करने के बाद एनआइए ने मतलूब व उसके भाई महबूब के घर दबिश दी थी। मतलूब की पत्नी से करीब दो घंटे पूछताछ कर एनआइए ने बैंक संबंधी दस्तावेज जुटाए थे। जिन तस्करों ने आतंकियों को हथियार बेचे थे, वे हत्थे नहीं चढ़ सके हैं। लिहाजा एनआइए द्वारा कभी भी छापामारी का अंदेशा जताया जा रहा था। इसी कड़ी में बुधवार को एनआइए की टीम अमरोहा पहुंची तो किठौर सहित पूरे मेरठ में हलचल मच गई। एनआइए कभी भी पहुंच सकती है, यह चर्चा दोपहर से लेकर देर रात तक चलती रही। हालांकि, सूत्रों के मुताबिक गुरुवार को एनआइए मेरठ और आस-पास के इलाकों की खाक छान सकती है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि एनआइए के कहने पर हर संभव सहयोग दिया जाएगा।