कूड़े से भरे नाले को सफाई का इंतजार

भले ही नगर निगम प्रशासन नालों की सफाई में एक अप्रैल से जुटा हुआ है लेकिन अभी भी कई नाले ऐसे हैं जहां एक इंच भी सफाई नहीं हुई।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 29 May 2019 08:00 AM (IST) Updated:Wed, 29 May 2019 08:00 AM (IST)
कूड़े से भरे नाले को सफाई का इंतजार
कूड़े से भरे नाले को सफाई का इंतजार

मेरठ : भले ही नगर निगम प्रशासन नालों की सफाई में एक अप्रैल से जुटा हुआ है, लेकिन अभी भी बहुत से नाले ऐसे हैं जहां पर एक इंच सफाई नहीं हुई है। मेडिकल कॉलेज की दीवार से पैठ रोड होते हुए काली नदी तक जाने वाले नाले का हाल भी कुछ ऐसा ही है।

लाला लाजपत राय मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी विभाग वाले गेट और पोस्टमार्टम हाउस के सामने से नाला शुरू होता है, जो पैठ रोड होते हुए काली नदी में गिरता है। यह मुख्यत: बरसाती नाला है। बारिश के दौरान गढ़ रोड का पानी और वार्ड 13 के अंतर्गत आने वाले जयभीम नगर समेत आधा दर्जन मोहल्लों की जलनिकासी इसी नाले के जरिए होती है। पिछले साल 27 जुलाई को हुई भीषण बारिश में नाले की जलनिकासी सफाई न होने के चलते ठप हो गई थी। नाले का पानी आसपास के मोहल्लों में भरा गया था, मेडिकल कॉलेज के इमरजेंसी विभाग के सामने घुटनों तक पानी भर गया था। जलनिकासी न होने से न केवल मरीजों को इमरजेंसी विभाग तक पहुंचने में परेशानी हुई थी बल्कि इस क्षेत्र के स्थानीय नागरिक भी जलभराव से दो-चार हुए थे। यह जानते हुए भी इस नाले की अभी तक सफाई नहीं कराई गई। जून में मानसून की दस्तक होनी है। सफाई न होने से स्थानीय नागरिक पिछले साल जैसे जलभराव को लेकर भयभीत हैं।

नाले पर अतिक्रमण और कूड़ा

इस नाले की वर्तमान स्थिति बत्तर है। नाले पर दुकानदारों का अतिक्रमण है तो नाले में पानी नजर नहीं आ रहा है। केवल कूड़ा ही कूड़ा भरा हुआ है। पांच फिट गहरे नाले को देखकर लगता है जैसे सालभर से इसकी सफाई ही नहीं की गई है। यह नाला सूरजकुंड वाहन डिपो के अंतर्गत आता है।

इनकी है जिम्मेदारी

यह नाला सूरजकुंड वाहन डिपो के अंतर्गत आता है। प्रभारी अरुण खरखोदिया हैं, जबकि सफाई निरीक्षक अजय शील का क्षेत्र है। वर्जन:--

नाले की सफाई जून में कराई जाएगी। कार्ययोजना बनी हुई है। छोटी मशीन से नाला साफ कराया जाएगा। अतिक्रमण हटाया जाना चाहिए। इसके अलावा मेडिकल कॉलेज अस्पताल गेट पर पुलिया का निर्माण कराया जाना चाहिए, ताकि आनंद हॉस्पिटल की ओर के नाले और पोस्टमार्टम हाउस के सामने वाले नाले को मिलाया जा सके। इससे जलनिकासी बेहतर होगी।

अरुण खरखोदिया, जोनल सेनेटरी अधिकारी, नगर निगम।

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