नगर निगम के दावे हवा-हवाई..डेढ़ माह बाद भी शहर में अस्थायी खत्ते बरकरार

खत्ते आज भी बदनुमा दाग बने हुए हैं। इसी तरह अन्य चिह्नित किए गए अस्थाई खत्तों का भी यही हाल है। स्थिति ये भी सामने आ रही है कि अस्थाई खत्तों में पहले से ज्यादा कूड़ा डंप हो रहा है, जबकि शहर की सड़कों पर डोर-टू डोर कूड़ा वाहन भी दौड़ रहे हैं।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 21 Jan 2019 05:00 AM (IST) Updated:Mon, 21 Jan 2019 05:00 AM (IST)
नगर निगम के दावे हवा-हवाई..डेढ़ माह बाद भी शहर में अस्थायी खत्ते बरकरार
नगर निगम के दावे हवा-हवाई..डेढ़ माह बाद भी शहर में अस्थायी खत्ते बरकरार

मेरठ । नगर निगम प्रशासन ने डेढ़ माह पूर्व शहर के 146 अस्थाई खत्तों को समाप्त करने की योजना बनाई थी। दावा किया गया था कि अस्थाई खत्तों को हटाकर यहां सौंदर्यीकरण किया जाएगा। जिसके बाद कूड़ा डलना बंद हो जाएगा और शहर साफ- सुथरा नजर आने लगेगा। लेकिन नगर निगम के ये दावे भी हवा-हवाई साबित हो रहे हैं। शहर के मुख्य मार्गो पर आज भी अस्थाई खत्तों में कूड़ा डंप किया जा रहा है।

रविवार को शहर के अस्थाई खत्तों की पड़ताल की गई। शताब्दी नगर पार्क के पास, दिल्ली रोड पर शॉपरिक्स मॉल, रामलीला ग्राउंड के सामने, पुलिस स्टेशन परतापुर, रिठानी, गढ़ रोड स्थित पशु चिकित्सालय के पास, मेडिकल इमरजेंसी गेट के पास मौजूद अस्थाई खत्तों पर कूड़ा फेंका जा रहा है। यह मुख्य मार्गो के अस्थाई खत्ते हैं। जिनको प्राथमिकता में हटाया जाना था। लेकिन ये खत्ते आज भी बदनुमा दाग बने हुए हैं। इसी तरह अन्य चिह्नित किए गए अस्थाई खत्तों का भी यही हाल है। स्थिति ये भी सामने आ रही है कि अस्थाई खत्तों में पहले से ज्यादा कूड़ा डंप हो रहा है, जबकि शहर की सड़कों पर डोर-टू डोर कूड़ा वाहन भी दौड़ रहे हैं। सबसे ज्यादा अस्थाई खत्ते दिल्ली रोड पर हैं। शहर के प्रमुख मार्ग पर कदम रखते ही स्वच्छता सर्वेक्षण को ये अस्थाई खत्ते मुंह चिढ़ा रहे हैं। दरअसल, नगर निगम ने योजना तो बना ली, लेकिन योजना का मूर्त रूप देने के लिए गंभीरता नहीं दिखाई। जबकि स्वच्छता सर्वेक्षण का दल एक बार आकर वापस भी लौट गया और दोबारा आने वाला है। इसके बाद भी नगर निगम अधिकारियों की नींद अस्थाई खत्तों को लेकर नहीं टूट रही। हालात ये हैं कि एक ओर तो स्टील के ट्विंस डस्टबिन लगाए जा रहे हैं और दूसरी ओर खत्ते भी बरकरार हैं।

---

यह है नगर निगम की योजना

नगर निगम की ओर से दावे किए गए थे कि योजना के तहत अस्थाई खत्तों को हटाकर इन स्थानों पर तारबंदी की जाएगी। एक विद्युत पोल लगाया जाएगा। जिसमें प्रकाश की व्यवस्था की जाएगी। दोबारा कूड़ा लोग न फेंके इसके लिए पौधरोपण और सीसीटीवी कैमरों से निगरानी का प्लान भी है। नगर स्वास्थ्य अधिकारी ने अस्थाई खत्ते चिह्नित भी कर लिए थे।

इन स्थानों से भी हटाए जाने हैं खत्ते

माधवपुरम ट्यूबवेल पंप, जाकिर कालोनी नंबर-5, सर्कस ग्राउंड नौचंदी, शताब्दी नगर पार्क, गन्ना भवन पांडव नगर, आरटीओ रोड, पीएनबी बैंक के समीप गंगा नगर, नंद विहार रोहटा रोड, धीरज हाउस, नई बस्ती रेलवे लाइन के समीप, आंबेडकर पार्क, पार्चा चौक, डिफेंस एंक्लेव कंकरखेड़ा, 60 फीट रोड समर गार्डन, पशु चिकित्सालय गढ़ रोड, स्पो‌र्ट्स कालोनी, खैर नगर रोड, कांहा प्लाजा, चौक रोड पल्लवपुरम, सैनिक विहार, जेपी रिसोर्ट दिल्ली रोड, विशाल फैक्ट्री दिल्ली रोड, जेएम एकेडमी पल्लवपुरम, गोलाकुंआ चौक, मंगलपांडे नगर रोड सहित अन्य स्थान शामिल हैं।

---

वर्जन:::

- अस्थाई खत्तों को हटाने का कार्य शुरू हुआ है। कुछ स्थानों से खत्ते हटाए भी गए हैं। बीच में स्वच्छता सर्वेक्षण की टीम आनी थी। फिर बोर्ड बैठक होनी थी, जिससे अस्थाई खत्तों को समाप्त करने की योजना पर युद्ध स्तर पर काम नहीं हो पाया। लेकिन बोर्ड की बैठक के बाद इस पर फोकस किया जाएगा।

- अमित सिंह, अपर नगर आयुक्त।

chat bot
आपका साथी