Meerut Coronavirus News:दूसरी लहर से सबक लेकर थर्ड वेव के लिए रक्षा कवच, गांवों के लिए बनाई यह रणनीति
मेरठ का प्रशासन अब कोई खतरा मोल नहीं लेना चाहता है इसीलिए कोरोना की तीसरी लहर से पहले गांवों पर फोकस किया गया है। जहां एक ओर सीएचसी और पीएचसी पर संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं वहीं गांवों में रक्षा कवच भी तैयार किया जा रहा।
मेरठ, जेएनएन। Meerut Coronavirus News मेरठ में कोरोना की दूसरी लहर में ग्रामीण क्षेत्रों में भी वायरस का प्रसार हुआ और तमाम संक्रमित मरीज सामने आए। अब तीसरी लहर की आशंका के चलते गांवों को कोरोना के प्रकोप से बचाने के लिए हर स्तर पर तैयारी शुरू की गई है। जहां सीएचसी और पीएचसी पर संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं, वहीं गांवों में रक्षा कवच भी तैयार किया जा रहा। निगरानी समिति के साथ गांव के युवाओं को भी इसमें शामिल कर कोरोना संक्रमण से कैसे बचा जा सकता है, इसे लेकर जागरूक किया जा रहा है। साथ ही आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, स्वयं सहायता समूह की मदद भी ली जा रही है।
गलियों तक में खूब नजर आया वायरस
कोरोना वायरस का असर इस बार शहर से लेकर गांव की गलियों में भी खूब नजर आया। जिला प्रशासन द्वारा कराए गए सर्वे में ग्रामीण क्षेत्र में बड़ी संख्या में संक्रमित मरीज सामने आए। समय रहते उपचार किया गया और अभियान चलाकर संक्रमण से पीडि़त रोगियों को तलाश लिया गया। हालांकि तमाम तरह की कमियां भी रही, जिस कारण ग्रामीण क्षेत्र के लोगों को परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। अब दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर आने की आशंका के चलते गांवों को संक्रमण से बचाने के लिए शासन काफी गंभीर है। हर स्तर पर दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। ऐसे में स्थानीय स्तर पर भी गांवों में संक्रमण फैलने से रोकने के लिए अभी से कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए ङ्क्षबदुवार तैयारियों को पूरा करने के लिए जिम्मेदारी विभिन्न विभागों के अधिकारियों को जिम्मेदारी भी दी जा रही है।
दूसरी लहर ने दिया सबक
कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर ने कई तरह के सबक भी अधिकारियों को दिए हैं। यहीं कारण है की तीसरी लहर का सामना करने की तैयारी अभी से पूरी की जा रही है। समय से संक्रमित रोगी की पहचान कर वायरस के प्रसार को रोकने पर अधिक जोर होगा। इसके अलावा ग्राम पंचायतों को अधिक जिम्मेदारी देकर जवाबदेय बनाया जाएगा।
ऐसे तैयार होगा रक्षा कवच
- निगरानी समिति चलाएगी जागरुकता अभियान
- हर दिन होगी अधिक संक्रमण वाले गांवों की समीक्षा
- जांच का दायरा बढ़ाया जाएगा, घर पर ही होगा उपचार
- सीएचसी और पीएचसी पर संसाधनों में होगी वृद्धि
- गांव-गांव युवाओं की टीम तैयार कर रोगियों की होगी निगरानी
- ग्राम प्रधान सदस्यों की टीम बनाकर देंगे जिम्मेदारी
- हर संक्रमित या अन्य रोग से पीडि़त की बनेगी सूची
- दवाई देने से लेकर समय-समय पर जांच की होगी व्यवस्था
इनका कहना है
गांव-देहात को संक्रमण से बचाने के लिए हर स्तर पर तैयारी की जा रही है। सीएचसी और पीएचसी पर संसाधन बढ़ाए जा रहे हैं। ग्रामीण युवाओं को भी जागरूक करने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। निगरानी समिति के साथ स्वयं सहायता समूह और ग्राम पंचायतों की भी जिम्मेदारी तय की गई है।
- शशांक चौधरी, सीडीओ