CBSE Exam 2020: पूरा शहर और कैंट ही कंटेनमेंट जोन, ऐसे में कैसे परीक्षा देंगे मेरठ के छात्र

सीबीएसई ने मांगे कंटेनमेंट जोन के स्कूलों के नाम इन्हीं क्षेत्रों में हैं सर्वाधिक स्कूल। एक से 15 जुलाई तक सीबीएसई की बची हुई बोर्ड परीक्षा होनी है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 04 Jun 2020 06:31 PM (IST) Updated:Thu, 04 Jun 2020 06:31 PM (IST)
CBSE Exam 2020: पूरा शहर और कैंट ही कंटेनमेंट जोन, ऐसे में कैसे परीक्षा देंगे मेरठ के छात्र
CBSE Exam 2020: पूरा शहर और कैंट ही कंटेनमेंट जोन, ऐसे में कैसे परीक्षा देंगे मेरठ के छात्र

मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई की बची हुई बोर्ड परीक्षा एक से 15 जुलाई तक होनी है। कोरोना के चलते सीबीएसई ने परीक्षार्थियों के लिए स्वकेंद्र की व्यवस्था की है, लेकिन हॉटस्पॉट और कंटेनमेंट जोन स्थित स्कूलों को स्वकेंद्र भी नहीं बनाया जाएगा। इन स्कूलों के बच्चों की परीक्षा दूसरे केंद्र पर होगी। सीबीएसई ने बुधवार को कंटेनमेंट जोन स्थित स्कूलों और क्वारंनटाइन सेंटर बने स्कूलों की सूची मांगी है, जिससे इन स्कूलों को छोड़कर अन्य को स्वकेंद्र व परीक्षा केंद्र बनाया जा सके। मेरठ शहर और पूरी छावनी वर्तमान में कंटेनमेंट जोन है। दिल्ली रोड पर मेवला फ्लाइओवर से लेकर परतापुर तक नगर निगम के चार वार्ड ही ऐसे हैं जो कंटेनमेंट जोन नहीं हैं। इस क्षेत्र में बहुत कम सीबीएसई के स्कूल हैं।

कैंट के सारे स्कूल कंटेनमेंट जोन में

छावनी क्षेत्र के वेस्ट एंड रोड सहित अन्य इलाकों में स्थित दीवान पब्लिक स्कूल, एमपीएस के दोनों स्कूल, सेंट जोंस, जीटीबी, सिटी वोकेशनल, तीनों केंद्रीय विद्यालय आदि सभी स्कूल कंटेनमेंट जोन में होने के कारण परीक्षा के स्वकेंद्र नहीं बन सकते हैं। इनके अलावा ट्रांसलेम एकेडमी इंटरनेशनल, पुलिस मॉडर्न पब्लिक स्कूल, गांधी इंटरनेशनल स्कूल क्वारंटाइन सेंटर बने हैं जो अभी बने ही रहेंगे। ऐसे में यदि जिले में पर्याप्त स्कूल केंद्र बनाने के लिए न मिले तो छात्रों को नजदीकी पड़ोसी जिलों में परीक्षा देने जाना पड़ सकता है।

आज को कुछ साफ हो सकती है स्थिति

वर्तमान स्थिति के अनुसार नगर निगम के 90 वार्ड में करीब 45 वार्ड से कोरोना संक्रमित मिले हैं। छावनी में कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद आठों वार्ड कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिए गए हैं। जिला प्रशासन ने अब तक कंटेनमेंट जोन घोषित क्षेत्रों को रिव्यू करने को कोई निर्णय नहीं लिया है। आठ जून को रिव्यू के बाद कुछ क्षेत्र कंटेनमेंट जोन से बाहर आ सकते हैं। तक स्थिति कुछ साफ हो सकती है। इसके विपरीत हर दिन मिल रहे कोरोना संक्रमित मरीजों के बाद कुछ नए क्षेत्र कंटेनमेंट जोन घोषित किए जा रहे हैं। अब यदि सिटी कोआॢडनेटर वर्तमान स्थिति के अनुरूप कंटेनमेंट जोन की स्थिति सीबीएसई को बताते हैं तो जिले में स्वकेंद्र बनाना भी मुश्किल होगा।

सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में हो सकती है परीक्षा

सीबीएसई की बची हुई बोर्ड परीक्षा सीसीटीवी की निगरानी में हो सकती हैं। जिले में 147 सीबीएसई स्कूल हैं जिनमें सौ से अधिक 12वीं तक के स्कूल हैं। मेरठ में केवल 12वीं के ही बोर्ड परीक्षा पेपर होने हैं। ऐसे में पूर्व में बने 31 परीक्षा केंद्र की तुलना में अब अधिक परीक्षा केंद्र होंगे। सभी परीक्षा केंद्र की लिए एक जुलाई से पहले बैंक से पेपर दिलाने, केंद्र प्रभारी की ट्रेङ्क्षनग, इनविजिलेटर की ट्रेङ्क्षनग सहित नकल विहीन परीक्षा कराने की पूरी व्यवस्था कर पाना आसान नहीं होगा। ऐसे में सीबीएसई यह परीक्षा सीसीटीवी कैमरे में कराने के निर्देश दे सकता है। इससे हर केंद्र की ऑनलाइन निगरानी होने के साथ ही उत्तर पुस्तिका के साथ सीसीटीवी कैमरे की तस्वीरें भी केंद्रों से मांगी जा सकेंगी। अगले सप्ताह तक सीबीएसई के विस्तृत दिशा-निर्देश जारी हो सकते हैं।

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