मेरठ : हाईफाई लाइफस्टाइफ में रहता था मोस्‍ट वांटेड Badan Singh Bddo, BMW और मर्सिडीज गा‍ड़ियों का करता था इस्‍तेमाल

मोस्ट वांटेड व ढाई लाख का इनामी कुख्यात बदन सिंह बद्दो शाही अंदाज में रहता था। BMW और मर्सिडीज गाडिय़ों में सवार होकर चलता था। उसे महंगी घडिय़ां और हालीवुड की फिल्में देखना पसंद था। महंगी ब्रीड के पेट्स का शौक रखता था। साथ में बाउंसर लेकर चलता था।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sun, 24 Jan 2021 08:50 PM (IST) Updated:Sun, 24 Jan 2021 08:50 PM (IST)
मेरठ : हाईफाई लाइफस्टाइफ में रहता था मोस्‍ट वांटेड Badan Singh Bddo, BMW और मर्सिडीज गा‍ड़ियों का करता था इस्‍तेमाल
मोस्‍ट वांटेड बदन सिंह मंहगी गाड़ि‍यों का था शौकिन।

मेरठ, जेएनएन। मोस्ट वांटेड व ढाई लाख का इनामी कुख्यात बदन सिंह बद्दो शाही अंदाज में रहता था। BMW और मर्सिडीज गाडिय़ों में सवार होकर चलता था। उसे महंगी घडिय़ां और हालीवुड की फिल्में देखना पसंद था। महंगी ब्रीड के पेट्स का शौक रखता था। साथ में बाउंसर लेकर चलता था। पुलिस की जांच में सामने आया कि बद्दो के नाम सिर्फ एक मर्सिडीज और एक BMW थी। दोनों ही गाडिय़ों को बुलेटप्रूफ कराया था। इनके अलावा बाकी गाडिय़ां बद्दो ने दूसरों से हासिल की थी, जो उनके नाम पर होने के बाद बद्दो प्रयोग करता था।

शहर के किसी भी व्यक्ति को अगर गाड़ी बुलेटप्रूफ करानी होती थी तो वह बद्दो से संपर्क करता था। कई जनप्रतिनिधियों की गाड़ी भी बद्दो बुलेटप्रूफ करा चुका है। पुलिस बद्दो की तलाश में जुटी है। उसकी कोठी भी जमींदोज की गई है। बद्दो को पकडऩे में पुलिस और STF फेल हो गई है। अब बद्दो की हिस्ट्री खंगाली जा रही है। बद्दो के साथ गाडिय़ों का काफिला चलता था।

पुलिस की जांच में सामने आया कि बद्दो के पास सिर्फ मर्सिडीज और बीएमडब्ल्यू दो गाडिय़ां थी। इनके अलावा करीब आठ अन्य गाडिय़ां बद्दो के सहयोगियों के नाम होती थी। यानि जब भी नई गाडिय़ों की जरूरत होती थी। बद्दो शहर के बड़े व्यापारियों से मांग लेता था। बद्दो की गाड़ी पंजाब में बुलेटप्रूफ होती थी। पुलिस बद्दो के अतीत को तलाश कर उसकी धरपकड़ की प्लानिंग बना रही है, जिससे बद्दो और उसके बेटे सिकंदर की पुलिस को लोकेशन मिल जाए।

13 साल से माजिद ने ट्रांसफर क्यों नहीं कराई मर्सिडीज

दिल्ली के व्यापारी अब्दुल माजिद की मर्सिडीज को बद्दो के पास देखा गया था। माजिद ने पुलिस को बयान दिए हैं कि मर्सिडीज उसने 2008 में अपने दोस्त को बेच दी थी। सवाल है कि माजिद ने 13 साल में मर्सिडीज को स्थानांतरण क्यों नहीं कराया? यानि मर्सिडीज का रजिस्ट्रेशन आज भी माजिद के नाम है। एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि इस मामले में झोल लग रहा है। इसकी विस्तार से जांच की जाएगी। देखा जाएगा कि मर्सिडीज का 13 सालों में रजिस्ट्रेशन स्थानांतरण क्यों नहीं हुआ।  

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