नूपुर शर्मा पर सु्प्रीम कोर्ट की टिप्पणी का देवबंद में जमीयत ने किया स्वागत, जमीनी सच्चाई को दर्शाने वाला बताया

Nupur Sharma Case नूपुर शर्मा मामले में सुप्रीम कोर्ट की टिप्‍पणी के बाद प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। यहां देवबंद में जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने नूपुर शर्मा पर कोर्ट की टिप्पणी का स्‍वागत किया है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 02 Jul 2022 10:05 AM (IST) Updated:Sat, 02 Jul 2022 10:05 AM (IST)
नूपुर शर्मा पर सु्प्रीम कोर्ट की टिप्पणी का देवबंद में जमीयत ने किया स्वागत, जमीनी सच्चाई को दर्शाने वाला बताया
Nupur Sharma Case मौलाना हकीमुद्दीन बोले कि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी जमीनी सच्चाई को दर्शाने वाली।

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। जमीयत उलमा-ए-हिंद के राष्ट्रीय महासचिव मौलाना हकीमुद्दीन कासमी ने नूपुर शर्मा मामले पर सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी को तथ्यों पर आधारित और जमीनी सच्चाई को दर्शाने वाला बताया है। यहां देवबंद में शुक्रवार को जारी बयान में मौलाना हकीमुद्दीन सिद्दीकी ने सुप्रीम कोर्ट की टिप्प्णी को सही ठहराते हुए कहा कि उम्मीद है कि सरकार इस टिप्पणी से सचेत होगी और व्यावहारिक कार्यों द्वारा स्थिति को सुधारने का प्रयास करेगी।

एजेंसियों का भेदभावपूर्ण रवैया

उन्होंने यह भी कहा कि जब तक कि इस टिप्पणी का जमीनी असर न दिखाई दे, उसे सार्थक और प्रभावी नहीं कहा जा सकता। कहा कि देश में जो परिस्थितियां उत्पन्न हुईं, उसके पीछे कानून लागू करने वाली एजेंसियों का बेहद भेदभावपूर्ण रवैया है। मौलाना हकीमुद्दीन ने बताया कि संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना महमूद मदनी द्वारा पैगंबर के अपमान को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की गई है, जिस पर इसी महीने सुनवाई होनी है।

सरकारों को निर्देश जारी करे

इसमें मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट इस संबंध में अपनी गाइडलाइन को क्रियांवित कराने के लिए सरकारों को निर्देश जारी करे। इस याचिका में वही बातें कही गई हैं जो आज सुप्रीम कोर्ट ने भाजपा की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा के मामले में कही है।  उन्होंने कहा कि जमीयत उलमा-ए-हिंद पहले दिन से कह रही है कि देश की वर्तमान स्थिति में सुधार के लिए सरकारों का रवैया ठीक नहीं है बल्कि सरकारी संरक्षण में सांप्रदायिकता का अभियान चलाया जा रहा है।

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