जमानतियों से तलाशा जा रहा सुशील मूंछ का संबंध
मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी क्षेत्र के मथेड़ी गाव निवासी बदमाश सुशील उर्फ मूंछ के जेल से छूटने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है।
मेरठ, जेएनएन। मुजफ्फरनगर के थाना रतनपुरी क्षेत्र के मथेड़ी गाव निवासी बदमाश सुशील उर्फ मूंछ के जेल से छूटने के बाद पुलिस ने पड़ताल शुरू कर दी है। सुशील मूंछ की जमानत कराने वाले चारों लोगों से उसका कनेक्शन तलाशा जा रहा है। जमानतियों से उनकी संपत्ति का भी ब्यौरा मागा गया है। खुफिया विभाग ने सुशील मूंछ के जेल से छूटने पर पश्चिम में गैंगवार की आशका जाहिर की है। एडीजी ने सुशील मूंछ को लेकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में सख्ती के आदेश दिए हैं। चार दिन पहले कुख्यात बदमाश सुशील मूंछ कानपुर जेल से रिहा हुआ है। सुशील मूंछ को मेरठ जेल से सुरक्षा की दृष्टि से कानपुर जेल भेजा गया था। बता दें कि सुशील मूंछ परतापुर के सोरखा में हुए डबल मर्डर और नई मंडी थाना क्षेत्र में तीन साल पहले हुए चीकू हत्याकाड की आपराधिक साजिश रचने के आरोप में वाछित था। उसने पुलिस को चकमा देकर कोर्ट में सरेंडर कर दिया था। सुशील मूंछ का उत्तर प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान में आतंक रहा है। वर्ष 2000 के दौरान वह जेल में रहा। जेल में रहने के दौरान भी उस पर हत्याएं कराने का आरोप लगता रहा। इन राज्यों के अलावा मेरठ और मुजफ्फरनगर जिले में उस पर 40 से अधिक मुकदमे दर्ज हुए। सुशील मूंछ की जमानत अजीत पुत्र जयपाल निवासी अस्सा थाना बहसूमा, भरत वीर पुत्र दरियाव सिंह निवासी नगला काटर थाना फलावदा, सुनील राणा पुत्र इंद्रपाल राणा निवासी मसूरी बना, थाना इचौली, अजीत सिंह पुत्र इकबाल निवासी मसूरी ने की है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि जमानतदारों का सुशील मूंछ से संबंध तलाशा जा रहा है। देखा जा रहा है कि सुशील मूंछ की नामी और बेनामी संपत्ति से तो जमानतदारों का कोई जुड़ाव तो नहीं है। जमानत करने वालों की संपत्ति का भी पुलिस ने ब्यौरा माग लिया है। पुलिस इस बात की पड़ताल कर रही है कि जमानतदारों ने सुशील मूंछ की जमानत किस आधार पर कराई है। एडीजी राजीव सभरवाल ने सुशील मूंछ की रिहाई के बाद पुलिस को अलर्ट रहने के निर्देश दिए। मेरठ और मुजफ्फरनगर पुलिस को गैंगवार नहीं होने देने की हिदायत दी है। दरअसल, सुशील मूंछ कुख्यात भूपेंद्र बाफर से बदला लेने के लिए उसके साथियों पर हमला करा सकता है। एडीजी ने कहा कि संबंधित थानों को सुशील मूंछ के साथ जमानततारों पर भी निगरानी करने के आदेश दिए गए हैं।