स्वतंत्रता आंदोलन में विज्ञानियों का योगदान अनुकरणीय

आरजी पीजी कालेज के वनस्पति विज्ञान विभाग वसुधैव विज्ञान संस्थान और विज्ञान भारती की ओर से विज्ञान महोत्सव मनया गया।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 08:20 PM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 08:20 PM (IST)
स्वतंत्रता आंदोलन में विज्ञानियों का योगदान अनुकरणीय
स्वतंत्रता आंदोलन में विज्ञानियों का योगदान अनुकरणीय

मेरठ, जेएनएन। आरजी पीजी कालेज के वनस्पति विज्ञान विभाग, वसुधैव विज्ञान संस्थान और विज्ञान भारती की ओर से शनिवार को विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य स्वतंत्रता आंदोलन के समय विज्ञानियों का योगदान, उनका संघर्ष और उपलब्धियों से छात्राओं को परिचित करवाना था।

कार्यक्रम की शुरुआत प्राचार्य प्रो. निवेदिता मलिक और विज्ञान भारती के महासचिव धीरेंद्र द्विवेदी ने दीप प्रज्वलित कर की। भारतीय विज्ञानियों की उपलब्धि एवं जीवन परिचय विषय पर पोस्टर प्रदर्शनी लगी। आजादी में विज्ञान की भूमिका विषय पर भाषण प्रतियोगिता में छात्राओं ने विचार रखे। जिला विज्ञान क्लब के समन्वयक दीपक शर्मा ने पानी का राकेट बनाकर दिखाया। इसे प्राचार्य प्रो. निवेदिता मलिक ने लांच किया। विभागाध्यक्ष निरलेप कौर ने विज्ञानियों के सत्याग्रह के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पीएन बोस ने अंग्रेजों की भेदभावपूर्ण नीति के कारण इस्तीफा दे दिया था। आचार्य पीसी रे ने तीन वर्ष तक अंग्रेजों की नीतियों का विरोध करते हुए वेतन नहीं लिया। उनका कहना था कि विज्ञान प्रतीक्षा कर सकता है, किंतु देश की आजादी नहीं। ऐसे अनेक विज्ञानियों का योगदान वर्तमान युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायी और अनुकरणीय है। कार्यक्रम में डा. अमिता शर्मा, मधु मलिक, डा. अनुपमा सिंह और डा. गीता सिंह मौजूद रहीं।

क्विज में नाजनीन प्रथम

मेरठ। इस्माईल नेशनल महिला पीजी कालेज में शनिवार को सड़क सुरक्षा सप्ताह के अंतर्गत राष्ट्रीय सेवा योजना की प्रथम, द्वितीय और तृतीय इकाई की ओर से क्विज प्रतियोगिता आयोजित हुई। इसमें यातायात नियमों से संबंधित प्रश्न पूछे गए। इसमें नाजनीन प्रथम, वंशिका दूसरे और हिना तीसरे स्थान पर रही। वहीं, नए सत्र के समापन कार्यक्रम में प्राचार्य डा. अनीता राठी ने छात्राओं को कालेज के नियम और अनुशासन की जानकारी दी। साथ ही प्रतिभा खोज, पौधारोपण, प्रवेश स्तर परीक्षा, सर्वधर्म प्रार्थना के बारे में भी बताया गया। इस दौरान डा. वंदना भारद्वाज, डा. अंजू बाला और डा. मीना कुमारी भी उपस्थित रहीं।

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