बाजार में आक्सीमीटर की हो रही कालाबाजारी, आयुर्वेदिक दवाइयां भी हो गईं गायब Meerut News

कोरोना मरीजों के उपचार में शरीर में आक्सीजन का स्तर मापने के लिए प्रयोग किया जाने वाले पल्स आक्सीमीटर की मांग बढ़ी तो इसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। आक्सीमीटर दोगुने से भी अधिक कीमत पर बिक रहा है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 11:27 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 11:27 AM (IST)
बाजार में आक्सीमीटर की हो रही कालाबाजारी, आयुर्वेदिक दवाइयां भी हो गईं गायब Meerut News
बाजार में आक्‍सीमीटर की कालाबजारी हो रही है।

मेरठ, जेएनएन। कोरोना मरीजों के उपचार में शरीर में आक्सीजन का स्तर मापने के लिए प्रयोग किया जाने वाले पल्स आक्सीमीटर की मांग बढ़ी तो इसकी कालाबाजारी शुरू हो गई है। आक्सीमीटर दोगुने से भी अधिक कीमत पर बिक रहा है। प्रशासन की ओर से कोई निगरानी या कार्रवाई न होने से कीमतों में मनमानी चल रही है। वहीं, कोरोना से बचाव के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाले कुछ विशेष आयुर्वेदिक उत्पाद व औषधियों की जबरदस्त किल्लत बनी हुई है।

आज से 25 दिन पहले तक 500 से 700 रुपये में मिलने वाला आक्सीमीटर 1500 में मिल रहा है। साथ ही 100 से 120 में मिलने वाला थर्मामीटर भी 150-200 में मिल रहा है। इसके अलावा कोरोना से बचाव में प्रयोग की जाने वाली पतंजलि की कोरोनिल किट तो बाजार की खाक छानने पर भी नहीं मिल रही है। कई दुकानों पर पिछले एक सप्ताह से स्टाक खत्म हो चुका है। दुकानदारों का कहना है माल समय पर नहीं मिल पा रहा है और मांग कई गुना बढ़ गई है। इसके अलावा बाजार में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए प्रयोग किए जाने वाले औषधीय उत्पाद जैसे गिलोय, तुलसी ड्राप व अश्वगंधा की भी किल्लत है। इम्युनिटी काढ़ों का स्टाक भी शार्ट है।

मेरठ औषधि निरीक्षक पवन शाक्य ने कहा- पल्स आक्सीमीटर की कालाबाजारी बिल्कुल भी नहीं होने दी जाएगी। अभियान चलाया जाएगा। कोई भी कालाबाजारी करते हुए पाया जाता है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।

यह भी पढ़ें: मेरठ में 60 फीसद कोविड बेड खाली.. फिर क्यों बेड की वजह से हो रही मौत?

https://www.jagran.com/uttar-pradesh/meerut-city-60-percent-of-covid-beds-in-meerut-empty-then-why-die-because-of-getting-beds-21580733.html 

chat bot
आपका साथी