दिल्ली से मेरठ की सभी सीमाओं पर कल से एंटीजन जाच

दिल्ली में कोरोना केस बढ़ने के कारण मेरठ में संक्रमण फैलने की आशंका बन गई है। जिसे देखते हुए कमिश्नर ने दिल्ली बार्डर तथा दिल्ली से आने वाले यात्रियों की जांच का आदेश दिया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 21 Nov 2020 09:45 AM (IST) Updated:Sat, 21 Nov 2020 09:45 AM (IST)
दिल्ली से मेरठ की सभी सीमाओं पर कल से एंटीजन जाच
दिल्ली से मेरठ की सभी सीमाओं पर कल से एंटीजन जाच

मेरठ, जेएनएन। दिल्ली में कोरोना केस बढ़ने के कारण मेरठ में संक्रमण फैलने की आशंका बन गई है। जिसे देखते हुए कमिश्नर ने दिल्ली बार्डर तथा दिल्ली से आने वाले यात्रियों की जांच का आदेश दिया है। गुरुवार को भैंसाली बस स्टैंड पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने दिल्ली से आने वाले यात्रियों की जांच की थी। शुक्रवार को यह सिलसिला जारी नहीं रह सका। अब आज से यात्रियों की रैंडम जाच कराने की तैयारी की गई है। प्रशासन ने सभी स्थानों को चिन्हित कर लिया है। मोबाइल टीमें नई दिल्ली से मेरठ की सीमाओं के जोड़ने वाले सभी मार्गो पर रहेंगी। जिलाधिकारी के बालाजी ने बताया कि नई दिल्ली से नोएडा की तरफ जाने वाले यात्रियों की जाच की तरह मेरठ में भी सप्ताहभर नियमित जाच होगी। दिल्ली में संक्रमण की दर 12 फीसद से ज्यादा है, जबकि मेरठ में भी गत दिनों के दौान तीन से बढ़कर सात फीसद तक पहुंच गई है। ऐसे यात्रियों की जाच प्राथमिकता पर होगी, जिनमें कोई लक्षण मिल रहे हैं। एसिम्टोमेटिक मरीज भी खोजे जाएंगे। इसके लिए प्रशासन मोबाइल टीमों की संख्या बढ़ाएगा। रेलवे स्टेशन पर भी टीम पहुंचेगी। प्रमख सचिव आलोक कुमार ने भी मरीजों की खोज, काट्रैक्ट ट्रेसिंग और सíवलास पर जोर देने के लिए कहा है। उधर, स्वास्थ्य विभाग की तीन टीमें इस जाच में लगाई जाएंगी।

रैंडम जांच शिविर में नौ पाजिटिव

शुक्रवार को बोटेनिकल गार्डन बस स्टैंड व दल्लूपुरा बार्डर पर दिल्ली से आने वाले लोगों की रैंडम कोरोना जांच की गई। एंटीजन कोरोना टेस्ट किट से की 179 लोगों की जांच के दौरान नौ व्यक्ति कोरोना संक्रमित मिले हैं। इनमें बोटेनिकल गार्डन में 81 लोगों की जांच में पांच पाजिटिव व दल्लूपुरा बार्डर पर 98 लोगों की जांच में चार लोग कोरोना पाजिटिव आए हैं। सभी व्यक्ति बिना लक्षण वाले थे इसलिए उन्हें होम आइसोलेट किया गया है।

भर्ती मरीजों से नियमित संपर्क कर फीड बैक लें

प्रमुख सचिव आलोक कुमार ने शुक्रवार को कोरोना नियंत्रण के लिए कलक्ट्रेट एनआइसी में बनाए गए इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर का निरीक्षण किया। कहा कि कोरोना अस्पतालों में भर्ती मरीजों से नियमित संपर्क कर फीडबैक लिया जाए। होम आइसोलेशन में रह रहे व्यक्तियों से भी बराबर संपर्क में रहें। उनमें लक्षण परिलक्षित होने पर उन्हें अस्पतालों में भर्ती कराया जाए।

प्रमुख सचिव ने कोविड अस्पतालों की सीसीटीवी से की जा रही मानीटरिग को देखा। उन्होंने निर्देश दिये कि कोरोना के उपचार के लिए बनाए गए अस्पतालों व मेडिकल कालेजों में भर्ती कोरोना मरीजों से उनकी स्वास्थ्य रिपोर्ट, भोजन-पानी संबंधी, साफ-सफाई, दवाई व डाक्टरों द्वारा निरीक्षण करना, आक्सीजन स्तर आदि बिंदुओं पर नियमित फीडबैक ली जाए। यदि कहीं कमी निकलती है तो उसे तत्काल दूर कराया जाए। डीएम के बालाजी ने बताया कि वर्तमान में 762 व्यक्ति होम आइसोलेशन में रह रहे हैं, जिनसे बराबर संपर्क बना हुआ है। उन्होंने बताया कि विभिन्न कोरोना अस्पतालों में भर्ती मरीजो से कंट्रोल रूम के माध्यम से विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी ली जाती है। इस दौरान कमिश्नर अनीता सी. मेश्राम, सीडीओ ईशा दुहन व एडीएम वित्त एवं प्रशासन सुभाष चंद्र प्रजापति आदि उपस्थित रहे।

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