उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन पर भड़के लेखाकार, हंगामा

मासिक लेखा-जोखा न देने पर गाजियाबाद जोन के उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन आदेश की वापसी को लेकर ऊर्जा भवन में लेखाकारों ने देर शाम हंगामा किया।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 16 May 2019 09:00 AM (IST) Updated:Fri, 17 May 2019 06:28 AM (IST)
उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन पर भड़के लेखाकार, हंगामा
उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन पर भड़के लेखाकार, हंगामा

मेरठ। मासिक लेखा-जोखा न देने पर गाजियाबाद जोन के उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन आदेश की वापसी को लेकर ऊर्जा भवन में लेखाकारों ने देर शाम हंगामा किया। निदेशक वित्त और महाप्रबंधक लेखा का घेराव कर नारेबाजी की। करीब तीन घंटे चले हंगामे के बाद प्रबंध निदेशक ने उप मुख्य लेखाधिकारी से लिखित में स्पष्टीकरण देने की बात कही। जिसके बाद लेखाकार शंात हुए।

बुधवार शाम तीन बजे पीवीवीएनएल के प्रबंध निदेशक आशुतोष निरंजन वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए मासिक लेखों की समीक्षा कर रहे थे। इसी दौरान गाजियाबाद के चार डिवीजनों से मासिक लेखा-जोखा उपलब्ध न होने पर वह नाराज हो गए। तत्काल जोनल उप मुख्य लेखाधिकारी शैलेंद्र जोशी को कार्य में लापरवाही के चलते निलंबित करने का आदेश दे दिया। इससे लेखाकार गुस्सा गए। वीडियो कांफ्रेंस समाप्त होते ही प्रबंध निदेशक चले गए। जिसके बाद करीब शाम 6.30 बजे मुरादाबाद, गाजियाबाद, सहारनपुर, बुलंदशहर, नोएडा, मेरठ के लेखाकार बड़ी संख्या में एकत्र हुए और निदेशक वित्त पीके अग्रवाल और महाप्रबंधक लेखा एचके अग्रवाल का घेराव कर लिया। जोनल उप मुख्य लेखाधिकारी के निलंबन की वापसी की मांग की। लेखाकार कार्यालय में ही धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि मासिक लेखा-जोखा प्रस्तुत करने में तमाम प्रकार की अड़चने हैं। जैसे बैंक का स्टेटमेंट नहीं मिल पाता है। जेई स्तर से भी देरी की जाती है। इसके लिए केवल डिप्टी सीओ जिम्मेदार नहीं है। लेखाकारों का हंगामा 9 बजे तक चला। प्रबंध निदेशक आशुतोष निरंजन ने बताया कि कार्यो में लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जा सकती है। उप मुख्य लेखाधिकारी का निलंबन आदेश अभी जारी नहीं हुआ है। लेखाकारों की मांग पर स्पष्टीकरण मांगा गया है। अगर जवाब संतोषजनक नहीं होगा तो आगे कार्रवाई की जाएगी।

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