19 घंटे तक नहीं हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों ने दिया मेडिकल में धरना

मेडिकल कॉलेज की मर्चरी पर बुधवार को हंगामा हो गया। पोस्टमार्टम के लिए 19 घंटे इंतजार के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचा तो परिजन भड़क गए। शव मर्चरी से निकाल गेट पर रखकर परिजन व अन्य लोग धरने पर बैठ गए।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Dec 2018 04:00 AM (IST) Updated:Thu, 20 Dec 2018 04:00 AM (IST)
19 घंटे तक नहीं हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों ने दिया मेडिकल में धरना
19 घंटे तक नहीं हुआ पोस्टमार्टम, परिजनों ने दिया मेडिकल में धरना

मेरठ । मेडिकल कॉलेज की मर्चरी पर बुधवार को हंगामा हो गया। पोस्टमार्टम के लिए 19 घंटे इंतजार के बाद भी डॉक्टर नहीं पहुंचा तो परिजन भड़क गए। शव मर्चरी से निकाल गेट पर रखकर परिजन व अन्य लोग धरने पर बैठ गए। मेडिकल थाना पुलिस ने लोगों को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे डॉक्टर को निलंबित करने की मांग पर अड़े रहे। डीएम के आश्वासन पर लोग शांत हुए। इसके बाद दूसरा डॉक्टर भेज पोस्टमार्टम कराया गया।

लिसाड़ी गेट के जाकिर कॉलोनी चमड़ा पैठ पीर वाली गली निवासी गुलशेर उर्फ रहबर (20) पुत्र साबुद्दीन स्क्रैप फैक्ट्री में काम करता था। मंगलवार शाम वह मोदीनगर की तरफ से स्कूटी पर आ रहा था। परतापुर क्षेत्र में हाईवे स्थित भूड़ बराल के पास कैंटर की टक्कर से गुलशेर की मौत हो गई थी। पुलिस ने शव शाम सात बजे मेडिकल मर्चरी पहुंचवा दिया था। जानकारी होने पर परिजन भी मर्चरी पहुंचे और देर रात तक डॉक्टर का इंतजार करते रहे। सुबह होने पर परिजन फिर मर्चरी पहुंचे और डॉक्टर का इंतजार करते रहे। दोपहर दो बजे तक डॉक्टर के न आने पर परिजनों का पारा चढ़ गया और उन्होंने हंगामा कर दिया। घटना से पुलिस व डॉक्टरों में हड़कंप मच गया। मेडिकल एसओ सतीश कुमार ने मनाने की कोशिश की, लेकिन लोग डॉक्टर के निलंबन की मांग पर अड़े रहे।

डीएम से वार्ता के बाद पहुंचा दूसरा डॉक्टर

डॉक्टरों की लापरवाही की सूचना पर आदर्श सेवा समिति के कार्यकर्ता भी पहुंच गए। अध्यक्ष अनस चौधरी ने डीएम से वार्ता की, जिसके बाद डीएम ने लिखित शिकायत मिलने पर कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद सीएमओ ने दूसरे डॉक्टर को भेजा। तब जाकर शाम करीब साढ़े तीन बजे पोस्टमार्टम हो सका।

इन्होंने कहा--

डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए लोग शव गेट पर रखकर धरने पर बैठे थे। समझाकर उन्हें शांत किया गया। पोस्टमार्टम के बाद परिजन शव लेकर चले गए।

रणविजय सिंह, एसपी सिटी पोस्टमार्टम हाउस में डॉ. अखिलेश की ड्यूटी थी। स्पष्टीकरण मांगा है। संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर दिसंबर का वेतन काटने की कार्रवाई की जाएगी। धरने की जानकारी होने पर फौरन दूसरे डॉक्टर को भेजा गया था।

डॉ. राजकुमार, सीएमओ

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