परिवार की बेइज्जती का बदला अब्दुल्ला के खून से चुकाया
शकील का परिवार हर बार जुल्फिकार और उसकी मां जीनत की बेइज्जती करते थे। उसी बेइज्जती से मां बेटा खफा थे।
मेरठ, जेएनएन। शकील का परिवार हर बार जुल्फिकार और उसकी मां जीनत की बेइज्जती करते थे। उसी बेइज्जती से मां बेटा खफा थे। उन्होंने पूरी प्लानिंग करने के बाद चार साल के अब्दुल्ला की हत्या कर शव नाले में फेंक दिया। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
लिसाड़ीगेट के अहमद नगर गली नंबर एक में शकील अपनी पत्नी गुड़िया और चार बच्चों के साथ रहता है। चार साल के अब्दुल्ला को लेकर गुड़िया 24 नवंबर को अहमद नगर गली नंबर नौ में अपने पति शकील की ममेरी बहन जीनत के घर गई थी। उसी समय बच्चे को खेलते हुए देख जीनत का बेटा जुल्फिकार चिप्स दिलाने ले गया। उसने जमील की किराना की दुकान से अब्दुल्ला को चिप्स दिलाया। उसके बाद लक्खीपुरा गली नंबर 23 पर अपने मकान में ले जाकर गला दबाकर कर हत्या कर दी। पास तालाब होने के बावजूद भी शव को नाले में फेंक दिया। दरअसल, जुल्फिकार दिखाना चाहता था कि बच्चा नाले में गिरने के बाद मर गया। पुलिस लाइन में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में सीओ कोतवाली दिनेश शुक्ला और इंस्पेक्टर प्रशांत कपिल ने बताया कि जीनत और उसके बेटे को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा रहा है। दोनों ने हत्या करने की बात कबूल की। उससे भी अहम बात सामने आया कि शकील के भाई की बेटियों पर जुल्फिकार बुरी नजर रखता था। उसे लेकर भी जुल्फिकार को परिवार के लोगों ने डांट कर घर से भगा दिया था। उसी की बदला लेने के लिए ही जीनत और जुलफिकार ने अब्दुल्ला की हत्या की।