नालानामा : 400 मीटर नाले की हुई सफाई, अतिक्रमण बरकरार
कमिश्नर आवास से ऊर्जा भवन होते हुए जेलचुंगी चौराहे की ओर जाने वाले नाले के करीब 400 मीटर हिस्से की अभी तक नगर निगम सफाई करा सका है। जबकि यह नाला करीब डेढ़ किमी लंबा है।
मेरठ, जेएनएन : कमिश्नर आवास से ऊर्जा भवन होते हुए जेलचुंगी चौराहे की ओर जाने वाले नाले के करीब 400 मीटर हिस्से की अभी तक नगर निगम सफाई करा सका है। जबकि यह नाला करीब डेढ़ किमी लंबा है। वहीं, नाले पर कई स्थानों पर अतिक्रमण भी बरकरार है।
मालूम हो कि वर्ष 2018 की 27 जुलाई को जेलचुंगी, यूनिवर्सिटी रोड पर भीषण जलभराव हो गया था। कमिश्नर आवास से जेलचुंगी चौराहे के समीप तक और यहां से शर्मा नगर की ओर यह नाला जाता है। जबकि दूसरी ओर जेल चुंगी से यूनिवर्सिटी रोड की बाउंड्री तक नाला जाता है। दोनों ही नालों की सफाई नगर निगम से शुरू की है। लेकिन अभी बड़ा हिस्सा सफाई से वंचित है। मानसून की दस्तक को अब 15 दिन से भी कम समय बचा है। ऐसे में नाले के किनारे बसे मोहल्लों के लोग परेशान है। दरअसल, पिछले साल की बारिश में जलभराव से गुजर चुके हैं। कमिश्नर आवास से ऊर्जा भवन होते हुए जेलचुंगी चौराहे से थोड़ा पहले मुड़कर नाला शर्मा नगर की ओर आता है। शर्मा नगर के हिस्से में नाला अतिक्रमण की चपेट में है। इस हिस्से की सफाई के लिए सफाई निरीक्षकों ने नगर निगम अधिकारियों से अतिक्रमण हटवाने की गुहार लगाई थी। लेकिन अभी तक अधिकारियों की ओर से कोई निर्णय नहीं लिया गया है। वहीं जेलचुंगी से चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की बाउंड्री के पास से मंगलपांडे नगर को जाने वाले नाले का भी यही हाल है। यहां पर भी दुकानदारों ने पक्के रैम्प बना लिए हैं। इन्होंने कहा-
नाले पर से अतिक्रमण हटाने के लिए संबंधित अधिकारी को पत्र लिखा गया था। अतिक्रमण हटने के बाद ही नाले के शेष हिस्से की सफाई की जा सकती है।
अरुण खरखोदिया, जोनल सेनेटरी अफसर, नगर निगम