.इतनी गंदगी में डाक्टर भी बन जाएगा मरीज

जानी खुर्द (मेरठ) : शासन के निर्देश पर अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं सीएमओ ने चंद दिनों तक छापेमारी की कस

By Edited By: Publish:Fri, 20 Jan 2017 11:22 AM (IST) Updated:Fri, 20 Jan 2017 11:22 AM (IST)
.इतनी गंदगी में डाक्टर भी बन जाएगा मरीज
.इतनी गंदगी में डाक्टर भी बन जाएगा मरीज

जानी खुर्द (मेरठ) : शासन के निर्देश पर अपर निदेशक स्वास्थ्य एवं सीएमओ ने चंद दिनों तक छापेमारी की कसरत की, और फिर सब कुछ जस का तस हो गया। माछरा, सरधना के बाद दैनिक जागरण ने गुरुवार को पांचली स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की पड़ताल की, जहां स्टरलाइजेशन रूम तक में भयावह गंदगी मिली। जबकि यह वार्ड पूरी तरह संक्रमणमुक्त होना चाहिए। मरीज बेहद परेशान मिले। इमरजेंसी में आने वाले मरीजों के लिए ही महिला चिकित्सक उपलब्ध होती हैं।

सीएमओ डा. वीपी सिंह ने चंद दिनों स्वास्थ्य केंद्रों पर छापेमारी की, किंतु अगले ही दिन व्यवस्था ढेर मिली। तमाम केंद्रों के चिकित्सक मिलीभगत कर ओपीडी से गायब रहते हैं, जबकि परचेज कमेटी की वजह से दवाएं भी नहीं खरीदी गई। पांचली स्वास्थ्य केंद्र में आपरेशन थियेटर से लेकर स्टरलाइजेशन रूम तक में गंदगी मिली। आपरेशन थियेटर में बेड के नीचे जुगाड़ से स्टूल और ईट लगाकर ऊंचा किया गया है। बेड की चादरें इतनी गंदी हैं कि मरीज संक्रमित हो जाए। शासन के तमाम निर्देश इस केंद्र में धरे के धरे रह गए। बायोवेस्ट के सुरक्षित निस्तारण का कोई उपाय नजर नहीं आया। खून से सनी पट्टियां फेंकी हुई मिली।

सुरक्षा का संकट

स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डा. अनिल कुमार ने बताया कि सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के अन्तर्गत सिवाल खास, जानी, धौलड़ी, कलंजरी में चार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हैं। किंतु सिर्फ तीन सफाईकर्मी हैं। कैंपस में आवारा कुत्ते घूमते मिले। स्वास्थ्य केंद्र में एक ही महिला चिकित्सक की तैनाती है। जिन्हें केस आने पर महिला चिकित्सक को फोन कर बुलाया जाता है।

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