खेलमंत्री ने स्टेडियम के चप्पे-चप्पे की ली थाह

मेरठ : लंबे समय बाद किसी खेल मंत्री ने कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम की चप्पे-चप्पे की जानकारी ली

By Edited By: Publish:Sat, 28 Nov 2015 02:16 AM (IST) Updated:Sat, 28 Nov 2015 02:16 AM (IST)
खेलमंत्री ने स्टेडियम के चप्पे-चप्पे की ली थाह

मेरठ : लंबे समय बाद किसी खेल मंत्री ने कैलाश प्रकाश स्पो‌र्ट्स स्टेडियम की चप्पे-चप्पे की जानकारी ली। प्रदेश के नए खेल एवं युवा कल्याण मंत्री राम सकल गुर्जर ने शुक्रवार दोपहर स्टेडियम के खेल मैदान, स्वीमिंग पूल, भोजनालय, स्पो‌र्ट्स हॉस्टल के साथ ही बंद पड़े जिमनास्ट हाल एवं कार्यालय का बारीकी से निरीक्षण किया। राज्य सरकार से सुविधाएं एवं फंड दिलवाने में मदद का भी भरोसा दिया। आरएसओ मुद्रिका पाठक की अनुपस्थिति में उपक्रीड़ाधिकारी नवीन त्यागी ने खेल मंत्री की अगवानी की।

होमवर्क करके आए थे मंत्रीजी

शुक्रवार करीब दो बजे खेल मंत्री रामसकल गुर्जर स्टेडियम पहुंच गए। सबसे पहले उन्होंने मैदान का रुख किया। अंदर दाखिल होने के बाद स्टेडियम में खराब पड़ी जाली, छूटे हुए पेंट एवं इक्विपमेंट को लेकर स्टाफ से पूछा। आधे मैदान तक पहुंचे ही थे कि अचानक उन्हें मेस की याद आ गई। इसके बाद वह टीम के साथ मेस में गए, जहां पता चला कि लंबे समय से यहां पर कोई मेस इंचार्ज नहीं है। रसोईघर में पहुंचकर उन्होंने बनी हुई दाल को खुद चखा और संतोष व्यक्त किया। रसोईकर्मियों से मसालों एवं राशन की शुद्धता के बारे में भी पूछा। मेज पर खुली रखी हुई दही को देखकर वह नाराज हो गए। इसके बाद अंदर गए, जहां कुश्ती के खिलाड़ी भोजन कर रहे थे। कुश्ती खिलाड़ी अंशुल यादव समेत कई अन्य ने भोजन की गुणवत्ता को लेकर मंत्री से शिकायत की। यहां से जिमनास्ट हाल पहुंचे, जहां पर भयंकर गंदगी एवं बदबू मिली। इसमें कोचों के निवास को लेकर भी मंत्री से शिकायत की गई। वह बगल में स्वीमिंग पूल गए, जहां पर हाल में ही सीबीएसई नेशनल चैंपियनशिप खेली गई थी। मंत्री से शिकायत एवं स्टेडियम में किए गए सुधारों को बताने को लेकर कोचों में झड़प भी हुई। कुश्ती हाल में टूटे पड़े इक्विपमेंट को लगाने के लिए कहा। इसके बाद वह स्पो‌र्ट्स हास्टल भी गए, जहां बिजली कटी हुई मिली। खेलमंत्री ने छात्रों से कोचों, सुविधाओं एवं भोजन व्यवस्था को लेकर जानकारी भी ली। इसके बाद वह बैडमिंटन हाल देखने पहुंचे, जहां पर तमाम सुविधाएं पुरानी पड़ गई हैं और हाल में अधिकारियों का कब्जा हो गया है। बाद में उन्होंने आरएसओ कार्यालय में सभी कोचों को बुलाकर मीटिंग की।

मंत्रीजी वेतन नहीं मिला

स्टेडियम में कबड्डी कोच किरनपाल सिंह ने खेलमंत्री राम सकल गुर्जर से छह माह से वेतन न मिलने की शिकायत की। कोच ने बताया कि वह 1998 एशियाड गोल्ड मेडलिस्ट रहे हैं। स्टेडियम में कबड्डी को नए सिरे से जमा दिया, किंतु सरकार वेतन नहीं दे रही। उनके साथ हाकी कोच एमपी सिंह ने भी पीड़ा व्यक्त की।

हर ब्लाक में बनेगा स्टेडियम

खेलमंत्री ने कहा कि अखिलेश सरकार हर ब्लाक में स्टेडियम बना रही है, जिससे ग्रामीण प्रतिभाओं को भी पास में ही कोचिंग मिल सके। छह एकड़ जमीन चिन्हित करने की प्रक्रिया तेज की गई है। उन्होंने माना कि मेरठ एक बड़ा खेल हब है, किंतु उसके मुताबिक सरकारों से सपोर्ट नहीं किया। दावा किया कि अखिलेश सरकार खेलकूद को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय एवं अंतररराष्ट्रीय स्तर पर पदक विजेताओं को भारी-भरकम धनराशि देकर सम्मानित कर रही है। स्पो‌र्ट्स कोट से सरकारी सेक्टर में नौकरियां भी खोली जाएंगी। मेरठ के हाथ से एस्ट्रोटर्फ फिसलने, सिंथेटिक ट्रैक में देरी एवं डे-नाइट मैचों के लिए स्टेडियम को विकसित करने की योजना ढीली पड़ने पर कहा कि वह इसकी खुद जांच करेंगे। खेलमंत्री राम सकल गुर्जर के साथ दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री कुलदीप उज्ज्वल, आदिल चौधरी के अलावा कोच नवीन त्यागी, पप्पु गुर्जर, जितेंद्र गुर्जर, जयवीर सिंह व पवन भार्गव समेत कई अन्य भी शामिल थे।

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