करियर की राह दिखाएगा आइसीएआइ

मेरठ : नौंवी, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के करियर की राह आसान करने के लिए द

By Edited By: Publish:Fri, 31 Jul 2015 01:52 AM (IST) Updated:Fri, 31 Jul 2015 01:52 AM (IST)
करियर की राह दिखाएगा आइसीएआइ

मेरठ : नौंवी, दसवीं, ग्यारहवीं और बारहवीं कक्षा के विद्यार्थियों के करियर की राह आसान करने के लिए द इंस्टीट्यूट आफ चार्टड एकाउंटेंट्स आफ इंडिया (आइसीएआइ) ने पहल की है। संस्था करियर काउंसिलिंग कमेटी गठित कर देश के दस लाख छात्र-छात्राओं को बताएगी कि कामर्स के क्षेत्र में विभिन्न कोर्स करके सपने परवान चढ़ा सकते हैं। गुरुवार को सीआइआरसी की मेरठ ब्रांच में करियर काउंसिलिंग की पहली बैठक में यह जानकारी समिति से जुड़े पदाधिकारियों ने दी।

जयपुर से आए करियर काउंसिलिंग कमेटी के चेयरमैन सीए विजय गर्ग ने पत्रकारों को बताया कि वित्तीय साक्षरता बढ़ाने और छात्रों की कामर्स में करियर की दिशा तय करने के लिए पूरे देश में कामर्स विजार्ड कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा, जिसमें नौंवी, दसवीं, ग्यारहवीं व बारहवीं कक्षा के करीब दस लाख छात्र-छात्राओं की करियर काउंसिलिंग की जाएगी। उन्हें बताया जाएगा कि वे कामर्स के क्षेत्र में डिग्री व डिप्लोमा जैसे कोर्स करके अपने करियर की दिशा तय कर सकते हैं। सीए के विषय में भी बताया जाएगा, जो कि कामर्स स्टूडेंट के लिए वरदान साबित हो रहा है।

उन्होंने बताया कि कमेटी ने कामर्स के क्षेत्र में करीब 40 तरह के कोर्स डिजाइन किए हैं। साथ ही देश-विदेश की 106 यूनिवर्सिटी और छह आइआइएम से भी करार किया है। कामर्स के सुनहरे क्षेत्रों के विषय में प्रत्येक विद्यार्थी को बताया जाएगा।

सितंबर से शुरू होगी प्रक्रिया

समन्वयक सीए अनुपम शर्मा ने बताया कि सितंबर व अक्टूबर माह में आइसीएआइ की करियर काउंसिलिंग कमेटी कामर्स एजुकेशन विजार्ड या प्रदर्शनी आयोजित करेगी, जिसमें कामर्स विषय में चित्रों व पोस्टरों के माध्यम से जानकारी दी जाएगी। विशेषज्ञ बताएंगे कि संबंधित कोर्स के बाद कहां रोजगार उपलब्ध हो सकता है। यह कार्यक्रम सभी स्कूलों के सहयोग से आयोजित किया जाएगा। काउंसिलिंग पूरी तरह से नि:शुल्क होगी। इस अवसर पर राजीव गुप्ता, उमाकांत अग्रवाल, अमरीश वशिष्ठ, जितेंद्र मोहन व मयंक चौहान आदि उपस्थित थे।

दुनिया में सीए का दबदबा

12वीं उत्तीर्ण छात्र-छात्राएं सीपीटी क्वालीफाई करके आइपीसीसी और फाइनल सीए का कोर्स कर सकते हैं। स्नातक सीधे आइपीसीसी में प्रवेश लेकर सीए कर सकते हैं। आइसीएआइ के पदाधिकारियों ने बताया कि पूरी दुनिया में भारत के सीए की मांग है। यह कोर्स आज के समय में काफी सस्ता है, जिसमें गरीब मेधावी विद्यार्थी भी सफलता हासिल कर सकते हैं। सीए अनुपम शर्मा ने बताया कि मेरठ के बाइक मैकेनिक की लड़की सीए का कोर्स करके आज स्विटजरलैंड में सिटी बैंक में तैनात हैं। बड़ौत में ट्रैक्टर चलाने वाले की पुत्री शैफाली चौधरी इस साल आल इंडिया टॉपर बनीं।

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