काली बन गई देश की सर्वाधिक जहरीली नदी

संतोष शुक्ल, मेरठ औद्योगीकरण की भेंट चढ़ी काली नदी देश की सबसे जहरीली नदी बन चुकी है। विषाक्ततता

By Edited By: Publish:Thu, 18 Dec 2014 01:58 AM (IST) Updated:Thu, 18 Dec 2014 01:58 AM (IST)
काली बन गई देश की सर्वाधिक जहरीली नदी

संतोष शुक्ल, मेरठ

औद्योगीकरण की भेंट चढ़ी काली नदी देश की सबसे जहरीली नदी बन चुकी है। विषाक्ततता की रेस में काली ने ंिहंडन समेत देश की सभी नदियों को मीलों पीछे छोड़ दिया। केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा पर्यावरण एवं वन मंत्रालय को सौंपी गई रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि काली नदी में बीओडी बायो डिसाल्वड आक्सीजन एवं कोलीफार्म बैक्टीरिया की मात्रा सर्वाधिक है। नदियों में बीओडी एवं कोलीफार्म की मात्रा घातक रसायनों, मलजल एवं खून के मिलने से बढ़ती है। हालांकि क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने काली नदी को प्रदूषणमुक्त बताया है।

मेरठ के आरटीआइ कार्यकर्ता डा. संजीव अग्रवाल ने पर्यावरण मंत्रालय से काली समेत देश की सभी प्रदूषित नदियों पर रिपोर्ट तलब की। मंत्रालय ने केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की जांच रिपोर्ट का खुलासा करते हुए बताया कि बीओडी यानी जैव घुलनशील रसायन की मात्रा 369 मिलीग्राम प्रति लीटर तक पाई गई, जो देश की अन्य नदियों की तुलना में सैकड़ों गुना ज्यादा दर्ज हुई। मेरठ के सरधना तहसील से गुजर रही ¨हडन में 50 मिलीग्राम प्रति लीटर, गाजियाबाद में 45 मिलीग्राम प्रति लीटर पाई गई। रिपोर्ट के मुताबिक मुजफ्फरनगर, बुलंदशहर के गुलावठी, खरखौदा और परीक्षितगढ़ में काली नदी में फीकल एवं नेचुरल कोलीफार्म का स्तर सर्वाधिक मिला। रिपोर्ट के मुताबिक देश की अन्य प्रदूषित नदियों की तुलना में यह मात्रा कई गुना ज्यादा दर्ज हुई है।

केन्द्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2010 में काली में बीओडी की मात्रा 287 मिलीग्राम प्रति लीटर थी, जो कि वर्ष 2011 में बढ़कर 369 मिलीग्राम हो गई, जबकि मानक के मुताबिक बीओडी अधिकतम दो मिलीग्राम प्रति लीटर तक होना चाहिए। नदी में भारी मात्रा में सड़े गले पदार्थ, कार्बनिक एवं अकार्बनिक रसायन और उर्वरक मिलकर जल में आक्सीजन खत्म करने के साथ-साथ वैद्युत चालकता बढ़ा देते हैं। नगर के तीन बड़े नाले काली नदी में मिलकर उसकी सेहत पूरी तरह खराब कर चुके हैं। पेपर मिल, शुगर मिल, डिस्टिलिरीज, चर्मशोधन इकाइयां एवं बैट्री कारोबार से नदी में भारी तत्वों की मात्रा बढ़ी है।

इनका कहना है.

केन्द्र की रिपोर्ट भी साबित कर रही है कि काली नदी देश की सर्वाधिक प्रदूषित नदी है। बीओडी की मात्रा दो मिलीग्राम से कम होनी चाहिए, किंतु 300 मिलीग्राम प्रति लीटर पार करना पर्यावरण के लिए शर्मनाक है।

डा. अनिल अवस्थी, पर्यावरणविद

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काली नदी अब काफी साफ हो चुकी है। औद्योगिक इकाइयों में ईटीपी चल रही हैं, और प्रदूषण महज सीवरेज से हो रहा है। बोर्ड ने मंगलवार को सभी 39 इकाइयों को नोटिस जारी किया है।

- डा. बीबी अवस्थी, क्षेत्रीय नियंत्रक, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।

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