राम के बन जाते ही दशरथ हुए मूर्छित

जागरण संवाददाता दोहरीघाट (मऊ) रामलीला समिति व व्यापार मंडल द्वारा आयोजित श्रीरामलीला में

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Oct 2020 07:37 PM (IST) Updated:Thu, 22 Oct 2020 05:04 AM (IST)
राम के बन जाते ही दशरथ हुए मूर्छित
राम के बन जाते ही दशरथ हुए मूर्छित

जागरण संवाददाता, दोहरीघाट (मऊ) : रामलीला समिति व व्यापार मंडल द्वारा आयोजित श्रीरामलीला में महाराज दशरथ ने श्रीराम को राज्याभिषेक की घोषणा की। इसके बाद मंथरा ने कैकेयी को दशरथ से दो वरदान मांगने को कहा। मंथरा के समझाने पर कोपभवन में चली जाती हैं। राजा दशरथ को पता चलता है तो वे मनाने के लिए जाते हैं। कैकेयी ने राम की सौगंध दिलाने के बाद राम को चौदह वर्ष का वनवास और भरत को अयोध्या का राज्य मांगा। दशरथ यह कठोर वचन सुनकर मूर्छित हो जाते हैं। श्रीराम पिता के वचनों को पालन करते हुए भाई लक्ष्मण, पत्नी सीता सहित वन को चले जाते हैं। रामलीला मंचन के दौरान समिति के अध्यक्ष विनोद वर्मा, मंत्री गुलाब चंद गुप्त, अनुपम दास, संजय साहू, गोरख साहू, विवेक मद्धेशिया, मोनू मद्धेशिया, करन, उज्ज्वल, शिवम सेठ, हिमांशु शर्मा आदि उपस्थित थे।

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