बूंदाबांदी व अंधड़ ने किसानों की बढ़ाई बेचैनी

जागरण संवाददाता मऊ पिछले दो दिनों से मौसम के उतार-चढ़ाव को देखकर किसानों की बेचैनी

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 04:52 PM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 07:47 PM (IST)
बूंदाबांदी व अंधड़ ने किसानों की बढ़ाई बेचैनी
बूंदाबांदी व अंधड़ ने किसानों की बढ़ाई बेचैनी

जागरण संवाददाता, मऊ : पिछले दो दिनों से मौसम के उतार-चढ़ाव को देखकर किसानों की बेचैनी बढ़ गई है। कभी आसमान बादलों से ढक जा रहा है तो कभी बूंदाबांदी शुरू हो जा रही है। यही नहीं कभी पछुआ हवाएं चल रही हैं तो कभी चिलचिलाती धूप में आम आदमी के चेहरे झुलस जा रहे हैं। मौसम में हो रहे आमूल-चूल परिवर्तन से किसानों की नींद उड़ गई है। अभी उनकी 20 फीसद गेहूं की फसल खेत व खलिहान में पड़ी हुई है। युद्धस्तर पर वह अपने गेहूं की जहां मड़ाई कर रहा है वहीं अनाज को घरों में रखने को आतुर हैं। आसमान में उमड-घुमड़ रहे बादल उनकी धुकधुकी बढ़ाए हुए है। मंगलवार को छिटपुट स्थानों पर बूंदाबांदी हुई। इसके बाद से ही किसान अपने खेतों में रखी गेहूं की फसल को सुरक्षित पहुंचान में जुट गया। बुधवार की रात दो बजे अचानक मौसम का मिजाज बदला और तेज हवा के साथ कुछ स्थानों पर बूंदाबांदी शुरू हो गई। हालांकि यह बूंदाबांदी देर तक नहीं हुई। कुछ ही देर में समाप्त हो गई। किसानों के खेतों में काटकर रखे गए गेहूं के बोझ तितर-वितर हो गए ।इसके बाद मौसम भी पूरी तरह से खुशनुमा हो गया। सर्द हवाएं चलने से लोग मौसम का आंनद भी लिए। हालांकि सुबह आठ बजे के बाद मौसम पूरी तरह से साफ हो गया। इसके बाद किसान अपने खेतों की तरफ रूख कर दिया। किसानों का कहना है कि एक सप्ताह का और समय मिल गया तो उनकी गाढ़ी कमाई घरों में पहुंच जाएगी। इसलिए किसान युद्धस्तर पर अपने गेहूं की मड़ाई कर रहा है। गुरुवार को अधिकतम मौसम का पारा 35 डिग्री सेंटीग्रेड व न्यूनतम 22 डिग्री सेंटीग्रेड पर था। इसकी वजह से आमजन राहत महसूस कर रहा था। सड़कों पर भी वाहन दिख रहे थे। पछुआ हवा चलने से लोग सुखद अहसास कर रहे थे लेकिन दोपहर बाद चिलचिलाती धूप की वजह से लोगों का सड़कों पर चलना मुश्किल हो गया।

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