मुआवजा दिया नहीं गिरा दिया मकान, प्रदर्शन

जागरण संवाददाता बोझी (मऊ) गोरखपुर-वाराणसी हाईवे फोरलेन पर अमिला रेलवे स्टेशन के पा

By JagranEdited By: Publish:Sat, 31 Oct 2020 05:43 PM (IST) Updated:Sat, 31 Oct 2020 05:43 PM (IST)
मुआवजा दिया नहीं गिरा दिया मकान, प्रदर्शन
मुआवजा दिया नहीं गिरा दिया मकान, प्रदर्शन

जागरण संवाददाता बोझी (मऊ) : गोरखपुर-वाराणसी हाईवे फोरलेन पर अमिला रेलवे स्टेशन के पास स्थित दो दर्जन भूमिधरी के मकानों को बिना मुआवजा दिए ही गिरा दिया गया। इसे लेकर शनिवार को गृहस्वामियों ने विरोध-प्रदर्शन किया और मुआवजे की मांग की। उधर, प्रशासन का कहना है कि जिनके मकानों को लेकर न्यायालय में वाद चल रहा है उन्हें फैसला आने के बाद ही मुआवजा दिया जाएगा।

घोसी तहसील क्षेत्र के हेमई ग्राम पंचायत स्थित रेलवे स्टेशन के पास शुक्रवार की दोपहर दो दर्जन मकान मालिकों प्रभुनाथ गुप्त, विधिचंद गुप्ता, सुभाष गुप्त, वासुदेव, भुवनेश्वर गुप्त, महातम गुप्त, बिदु यादव, खेदू यादव, मदन गुप्ता, गोपाल गुप्ता, मनीष गुप्ता, सुभावती देवी, कुंज बिहारी, संतोष आदि ने बताया कि उन्हें बिना कोई नोटिस या सूचना दिए उनका मकान तोड़ दिया गया है। उपजिलाधिकारी घोसी आशुतोष राय, तहसीलदार घोसी सुभाष यादव, एसओ दोहरीघाट एसएन यादव से रूबरू होकर ग्रामीणों ने इसकी शिकायत भी किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। तहसीलदार सुभाष यादव ने बताया कि 1978 में हुई चकबंदी में आबादी दर्ज की गई थी, जिस मामले में प्रभुनाथ बनाम ग्राम पंचायत हेमई का मुकदमा चल रहा है। तहसीलदार ने कहा कि न्यायालय से जिस मकान मालिक के पक्ष में फैसला आएगा उसे मुआवजा दिया जाएगा।

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