आंगनबाड़ी में गंदगी कैसे बच्चे होंगे कुपोषण मुक्त

आखिर नौनिहालों का पोषण कैसे होगा, जब जिम्मेदार ही बीमार हो। जी हां, ऐसे ही चुभते सवालों से गुरुवार को रु-ब-रु हुए जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पांडेय। दैनिक जागरण कार्यालय पर आयोजित टेलीफोनिक साप्ताहिक कार्यक्रम प्रश्न प्रहर में पाठकों ने बाल पुष्टाहार विभाग से संबंधित शिकायतें दर्ज कराई।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 20 Sep 2018 09:53 PM (IST) Updated:Thu, 20 Sep 2018 09:53 PM (IST)
आंगनबाड़ी में गंदगी कैसे बच्चे होंगे कुपोषण मुक्त
आंगनबाड़ी में गंदगी कैसे बच्चे होंगे कुपोषण मुक्त

जागरण संवाददाता, मऊ : आखिर नौनिहालों का पोषण कैसे होगा, जब जिम्मेदार ही बीमार हों। जी हां, ऐसे ही चुभते सवालों से गुरुवार को जिला कार्यक्रम अधिकारी केएम पांडेय रूबरू हुए। दैनिक जागरण कार्यालय पर आयोजित टेलीफोनिक साप्ताहिक कार्यक्रम प्रश्न प्रहर में पाठकों ने बाल पुष्टाहार विभाग से संबंधित शिकायतें दर्ज कराई। सवाल : काछीकला चौहान बस्ती स्थित आंगनबाड़ी केंद्र पर गंदगी पसरी हुई है। यहां न तो कार्यकर्ता आते हैं और नहीं बच्चे। ऐसे में इस केंद्र की सार्थकता क्या है।

जवाब : ऐसे किसी केंद्र की शिकायत उनके पटल तक नहीं पहुंची है। प्रश्न प्रहर के माध्यम से इस केंद्र की जांच कराई जाएगी, अगर ऐसा मिला तो अवश्य ही संबंधित कर्मचारी पर कार्रवाई होगी। ऐसी शिथिलता बर्दाश्त नहीं। सवाल : गांव के पंजीकृत बच्चों के लिए आने वाला बाल पुष्टाहार खुले बाजार की भेंट चढ़ गया है। इस पर रोक लगाने के लिए न तो विभाग कोई कोशिश करता है और नहीं प्रशासन पहल ही।

जवाब : अब आने वाले समय में प्रति आंगनबाड़ी का अपना कोड होगा। प्रति आंगनबाड़ी बाल पुष्टाहार जाएगा। अगर यह पुष्टाहार खुले बाजार जाता भी है तो कोड के माध्यम से पकड़ में आ जाएगा। आमजन शिकायत करें, कार्रवाई की जाएगी। सवाल : जनपद के कई आंगनबाड़ी केंद्र काफी जर्जर हालत में हैं। इसके मरम्मत के लिए विभाग कोई कार्यवाही कर रहा है।

जवाब : जनपद में नए आंगनबाड़ी भवन बनाने के लिए 166 का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसके साथ ही सभी सीडीपीओ से जर्जर केंद्रों की रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के बाद मरम्मत के लिए शासन को पत्र लिखा जाएगा। सवाल : जनपद के कई गांवों में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायक के पद रिक्त हैं। ऐसे में विभाग कब तक भर्ती करके रिक्तियों को भरने का काम करेगा।

जवाब : दैनिक जागरण के गुरुवार के अंक में ही प्रदेश मुख्यालय से 31 हजार भर्तियों की खबर छपी है। इसके पूर्व हाईकोर्ट की नई भर्ती पर रोक थी। अब शासनादेश मिलते ही शासन के आदेशानुसार रिक्त पदों पर भर्तियां की जाएगी। सवाल : जनपद में अधिकतर जगहों पर बाल पुष्टाहार पशुओं का आहार बन गया है। क्या कभी विभाग ने इसका संज्ञान लिया कि बच्चों के नाम पर बड़े पैमाने पर घोटाला किया जा रहा है।

जवाब : अभी तक जनपद के एक व्यक्ति ने भी लिखित शिकायत नहीं किया है। विभाग द्वारा सभी सीडीपीओ को सख्त निर्देश जारी किए गए हैं। अगर कहीं ऐसा है तो कोई भी जागरूक आमजन शिकायत करे। संबंधित पर कार्रवाई होगी। इन्होंने किए सवाल

प्रवीण ¨सह मुहम्मदाबाद गोहना, चंद्रभान चौहान काछीकला कोपागंज, एकलाख कोपागंज, र¨वद्र नौसेमर कोपागंज, रामसरीख चौहान, काछीकला, दीवाकर राय सोड़सर, विक्रम राजभर जहनियापुर, संजय राव परसपुरा, विपिन ¨सह कहिनौर।

chat bot
आपका साथी