हाहानाला 98 का रिकार्ड छूने की ओर

By Edited By: Publish:Thu, 21 Aug 2014 06:37 PM (IST) Updated:Thu, 21 Aug 2014 06:37 PM (IST)
हाहानाला 98 का रिकार्ड छूने की ओर

मधुबन (मऊ) : स्थानीय तहसील क्षेत्र के हाहा नाला पर घाघरा का जलस्तर 16 साल बाद खतरा का निशान पार किया है। इसके साथ ही पूरे देवारा में बाढ़ ने तबाही मचाना शुरू कर दिया है। घाघरा के बढ़ने की रफ्तार देखने से लोगों को लग रहा है कि नदी कहीं 1998 का रिकार्ड छूने की ओर न बढ़ जाय। उस समय 67.47 मीटर तक पहुंच गया था। इसे गुरुवार को 66.47 मीटर पर दर्ज किया गया जो खतरे के निशान से अभी 16 सेंटीमीटर ही ऊपर है।

इस बाढ़ से चक्की मूसाडोही के साथ ही देवारा के कई गांव पानी से घिर गए हैं। संपर्क मार्गो पर भी पानी चढ़ जाने से आवागमन प्रभावित हो रहा है। पानी से घिर कर टापू बन गए चक्की मूसाडोही के लोग अपनी आवश्यकताओं को पूरी करने के साथ ही पशुओं को चारे तक की व्यवस्था के लिए नाव का सहारा ले रहे है। इसी प्रकार देवारा के भी बिंदटोलिया, नई बस्ती, बैरीकंटा, खैरा, हाटा, नुरूल्लाहपुर, नई बस्ती, मोलनापुर सहित दर्जनों पूरवे बाढ़ से घिरे हुए हैं। फसलें भी प्रभावित हो गई हैं। सुग्गीचौरी से हाता होते हुए नकियहवा तक जाने वाले पिच मार्ग पर दर्जनों स्थानों पर दो फीट बाढ़ का पानी चढ़ गया है। इससे आवागमन में भारी दिक्कतों का समाना करना पड़ रहा है। बाढ़ के चलते सबसे बड़ा संकट पशुओं को चारे की व्यवस्था का हो गया है।

इनसेट--

लगाई गईं 43 नावें

क्षेत्र के देवारा में बाढ़ की विभीषिका से निपटने के लिए प्रशासन द्वारा 43 नावें लगाई गई हैं। तहसील प्रशासन के अनुसार क्षेत्र के चक्की मूसाडोही में ग्रामीण पूरी तरह नाव पर निर्भर हैं। ऐसे में वहां 33 तथा मोलनापुर और धर्मपुर विशुनपुर तथा नुरुल्लाहपुर में 10 नाव लगाई गई है।

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