सुर, लय और ताल की झंकार से गूंजा वृंदावन

वृंदावन शोध संस्थान में शुरू हुआ पहला संत शिरोमणि सूरदास महोत्सव

By JagranEdited By: Publish:Tue, 19 Feb 2019 12:24 AM (IST) Updated:Tue, 19 Feb 2019 12:24 AM (IST)
सुर, लय और ताल की झंकार से गूंजा वृंदावन
सुर, लय और ताल की झंकार से गूंजा वृंदावन

वृंदावन, जासं। ब्रज के संत व महाकवि सूरदास के पदों पर आधारित सूरदास महोत्सव में सोमवार को सुर, लय और ताल का अद्भुत संगम देखने को मिला। शास्त्रीय संगीत के मंच पर कलाकारों ने संगीत साधकों को मुग्ध कर दिया।

वृंदावन शोध संस्थान के प्रेक्षागृह में आयोजित सूरदास महोत्सव ने संगीत प्रेमियों को आनंदित कर गया। ब्रज की धरती पर पहली बार हो रहे महोत्सव का आगाज मुख्य अतिथि ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजा कांत मिश्रा एवं संयोजिका अंतरराष्ट्रीय कथक नृत्यांगना गीतांजलि शर्मा ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। भजन गायक ओम प्रकाश श्रीवास्तव ने सूरदास को नमन करते हुए सूरदास के पदों से दिव्य राधा कृष्ण की अनुभूति कराई। कथक नृत्यांगना यास्मीन ¨सह ने 'दि डिवाइन कृष्णा' के जरिए श्रीकृष्ण के जीवन से श्रोताओं को जोड़ते हुए वातावरण को कृष्णमय कर दिया। भरतनाट्यम गुरु वैभव आरेकर ने नृत्य के जरिए कृष्ण के दशावतार का दर्शन करवा संगीत साधकों को रोमांचित कर दिया।

शैलजाकांत मिश्रा ने कहा सूरदास महोत्सव श्रेष्ठ प्रयास है। संत सूरदास के पदों में रमणीक जमुना के तीर, कदम्ब की छांव, करील के कुंज और वृंदावन के वनों का ²श्य छलकता है। संयोजिका गीतांजलि शर्मा ने कहा यह महोत्सव शास्त्रीय नृत्य और संगीत की एक क्रांति है। आने वाले समय में महोत्सव इतिहास रचेगा। मेयर डॉ. मुकेश आर्यबंधु ने सूरदास महोत्सव के सफल आयोजन पर शुभकामनाएं दी। समारोह में मप्र के मुरैना से सांसद अनूप मिश्रा ने सूरदास महोत्सव संस्कृति व कला के लिए उनका श्रेष्ठ योगदान है। अधिवक्ता सार्थक चतुर्वेदी, डॉ. अशोक कुमार, चंदन पांडेय, एससी दीक्षित, माधव आचार्य, मोहित शर्मा, मुकेश राठौर, डॉ. पीआर शास्त्री, सुकुमार गोस्वामी, रजत शुकला, कर्वेदर ¨सह, अशोक दीक्षित, कुनाल मौजूद रहे। संचालन टीवी कलाकार श्रुति शर्मा ने किया।

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