ड्राई रन में सर्वर डाउन, सुरक्षा के इंतजाम भी कम

21 केंद्रों पर बुलाए गए थे 750 हेल्थ वर्कर पहुंचे 737पहले ड्राई रन की तुलना में दूसरे में सुरक्षा के रहे कम इंतजाम

By JagranEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 06:58 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 06:58 AM (IST)
ड्राई रन में सर्वर डाउन, सुरक्षा के इंतजाम भी कम
ड्राई रन में सर्वर डाउन, सुरक्षा के इंतजाम भी कम

जागरण संवाददाता, मथुरा: कोरोना वायरस को मात देने के लिए आने वाली वैक्सीन को लेकर हुए फाइनल ड्राई रन में हेल्थ वर्करों ने कम दिलचस्पी दिखाई। सरकारी संस्थान में तो सभी हेल्थवर्कर पहुंचे, लेकिन निजी सेंटर पर जिन हेल्थ वर्कर का अवकाश था, वह ड्राई रन में शामिल नहीं हुए। दोपहर में सर्वर भी धोखा दे गया। इससे ड्राई रन में देरी हुई। पहले हुए ड्राई रन की तुलना में सोमवार को सुरक्षा के इंतजाम भी कम थे।

सोमवार को 21 केंद्रों पर ड्राई रन शुरू हुआ। फरह सीएचसी पर सीडीओ डा. नितिन गौड़ तथा रिफाइनरी स्थित हास्पिटल पर अपर निदेशक हेल्थ डा. एके सिंह ने ड्राई रन की शुरुआत की। सुबह दस से 12 बजे तक सब ठीक रहा, लेकिन दोपहर के बाद सर्वर की रफ्तार बहुत ही धीमी हो गई। इससे टीकाकरण के डेमो में शामिल होने वाले स्वास्थ्यकर्मियों की फीडिग में देरी हुई। इन केंद्रों पर 750 हेल्थ वर्कर को बुलाया गया था, लेकिन निजी संस्थानों पर स्वास्थ्यकर्मियों ने कम दिलचस्पी दिखाई। 737 हेल्थ वर्कर ही ड्राई रन में शामिल हुए। फरह में जीडी रविद्र कुमार गुप्ता, सीएमओ डा. रचना गुप्ता, एसीएमओ दिलीप कुमार, केंद्र अधीक्षक डा. रामवीर सिंह, बीडीओ हरिओम सिंह, डा. एमएल मिश्रा, डा. अनुराग गुप्ता, डा. देवेंद्र कुमार, नवल किशोर वर्मा आदि मौजूद रहे।

यहां बुलाए थे इतने हेल्थ वर्कर

एसीएमओ डा. राजीव गुप्ता ने बताया कि वृंदावन के आरके मिशन, नयति हास्पिटल मथुरा और केडी मेडिकल कालेज में पांच-पांच सेशन हुए, इनमें सबसे अधिक 75-75 स्वास्थ्यकर्मियों को बुलाया गया था। इसके अलावा रिफाइनरी मथुरा में चार और ब्रज चिकित्सा संस्थान में तीन सेशन हुए। राल, चौमुहां, छाता, बरसाना, कोसीकलां, गोवर्धन, केएम मेडिकल कालेज, फरह, बलदेव, सौनाई, मांट और नौहझील सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर दो-दो सेशन हुए। जिला अस्पताल मथुरा, लक्ष्मी नगर के यूपीएचसी, वृंदावन के जिला संयुक्त अस्पताल, एमएच मथुरा में एक-एक सेशन हुआ। एक सेशन में 15 हेल्थवर्कर को बुलाया गया था। कोविड-19 की गाइड लाइन का हुआ पालन: ड्राई रन के दौरान कोविड-19 की गाइड लाइन का पालन किया गया। ड्राई रन में बुलाए गए स्वास्थ्यकर्मियों के आने और जाने का रास्ता अलग-अलग रखा गया। वेटिग रूम, वैक्सीनेशन रूम और रेस्ट रूम में दो-दो फीट की दूरी पर कुर्सी रखी गई। मुंह पर मास्क और सैनिटाइजेशन का पूरा ध्यान रखा गया।

दो-दो पुलिसकर्मी रहे तैनात :

ड्राई रन के दौरान एक सेशन पर दो-दो पुलिसकर्मी ही तैनात किए गए, जबकि पहले ड्राई रन पर सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। आधा दर्जन पुलिसकर्मियों की ड्यूटी एक-एक सेंटर पर लगाई गई थी। फाइनल ड्राई रन में पुलिसकर्मियों ने बहुत अधिक पूछताछ और रोकटोक भी नहीं की।

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