हेलीपैड बनाने को गांव के खड़ंजे की टाइल्स ही निकल लाए

लोकनिर्माण के अधिकारी दे रहे खर्चे में बचत का हवाला, 11 को पहुंचेंगे प्रधानमंत्री

By JagranEdited By: Publish:Thu, 07 Feb 2019 12:23 AM (IST) Updated:Thu, 07 Feb 2019 12:23 AM (IST)
हेलीपैड बनाने को गांव के खड़ंजे की टाइल्स ही निकल लाए
हेलीपैड बनाने को गांव के खड़ंजे की टाइल्स ही निकल लाए

वृंदावन, जासं। अक्षयपात्र में 11 फरवरी को आ रहे प्रधानमंत्री आ रहे हैं। उनके हेलीकॉप्टर के लिए परिसर में लोक निर्माण विभाग हेलीपैड बना रहा है। इसके उपयोग में लाई रही इंटरलॉ¨कग टाइल्स में आधी से अधिक टाइल्स गांव धौरेरा से खड़ंजा उखाड़कर लाई गई हैं। इसे लेकर लोक निर्माण विभाग के अधिकारी खर्चे में बचत का हवाला दे रहे हैं।

दरअसल, सोमवार को अक्षयपात्र फाउंडेशन की ओर से बांटे जा रहे मिड डे मील का आंकड़ा तीन मिलियन से पार पहुंचने पर संस्था समारोह आयोजित कर रही है। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे और स्कूली बच्चों के बीच पहुंचकर मिड डे मील भी बांटेंगे। बच्चों संग भोजन भी करेंगे। प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर अक्षयपात्र परिसर में तैयारियां चल रही हैं। परिसर में ही चार हेलीपैड बनाए जा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग की ओर से बनाए जा रहे हेलीपैड में इंटरलॉ¨कग टाइल्स का उपयोग किया जा रहा है, ताकि मौसम खराब होने पर किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। चारों हेलीपैड पर लगाई जा रहीं इंटरलॉ¨कग टाइल्स में नई टाइलों के साथ पुरानी टाइल्स का भी प्रयोग किया जा रहा है। बुधवार को ट्रैक्टर से हेलीपैड स्थल पर खड़ंजों से उखड़ी पुरानी टाइल्स देखी गईं। इनका प्रयोग भी हेलीपैड बनाने के लिए किया जाना है। ट्रैक्टर चालकों से जब सवाल किया तो उन्होंने बताया कि ये पुरानी टाइलें गांव धौरेरा से लाई जा रही हैं। इन टाइल्स को जेसीबी की मदद से उखड़वाकर लाया गया है। चूंकि गांव में बने खड़ंजे की अधिकतर टाइल्स ग्रामीण उखाड़ ले गए तो हम उनका उपयोग करके पैसे बचा रहे हैं तो इसमें बुराई क्या है। इन टाइल्स का उपयोग हम हेलीपैड को जोड़ने वाले रास्ते पर कर रहे हैं।

एसके वर्मा, अधिशासी अभियंता, लोक निर्माण विभाग

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