भाकियू का फरह टोल पर कब्जा, फ्री निकाले वाहन

टोल पर 12 अगस्त को प्रदेश अध्यक्ष से कर दी थी अभद्रता कार्यकर्ताओं ने दिया धरना पुलिस ने मामला संभाला

By JagranEdited By: Publish:Sat, 17 Aug 2019 11:37 PM (IST) Updated:Sun, 18 Aug 2019 06:21 AM (IST)
भाकियू का फरह टोल पर कब्जा, फ्री निकाले वाहन
भाकियू का फरह टोल पर कब्जा, फ्री निकाले वाहन

फरह(मथुरा), संसू। भारतीय किसान यूनियन (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष योगेश प्रताप सिंह से की गई अभद्रता शनिवार को फरह टोलकर्मियों को महंगी पड़ गई। कार्यकर्ताओं ने टोल पर कब्जा कर लिया और जबरन फ्री वाहन निकाले। पुलिस ने दोनों पक्षों बीच में वार्ता कर मामले को शांत किया। इसके बाद ही टोल पर स्थिति सामान्य हो सकी।

12 अगस्त को मथुरा से आगरा जा रहे भाकियू (भानु) के प्रदेश अध्यक्ष से टोल कर्मियों ने टोल टैक्स को लेकर की अभद्रता की थी। इसके खिलाफ प्रदर्शन करने के लिए संगठन ने पहले से ही तैयारियां कर ली थी।

शनिवार को ही किसान भवन में संगठन की महापंचायत होनी थी। इसमें भाग लेने के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष भानु प्रताप सिंह आगरा से मथुरा के लिए आ रहे थे। उनके निर्देश पर सैकड़ों कार्यकर्ता दोपहर में टोल पर पहुंच गए और धरना दे दिया। सीओ रिफाइनरी आलोक दुबे भी थाना फरह और रिफाइनरी के फोर्स के साथ टोल पर पहुंच गए। पुलिस के पहुंचते ही कार्यकर्ता धरने पर बैठ गए। राष्ट्रीय अध्यक्ष के आते ही कार्यकर्ताओं ने टोल पर कब्जा कर लिया। करीब 20 मिनट तक टोल पर काबिज रहे। कार्यकर्ताओं ने टोल कर्मचारियों को टोल टैक्स की वसूली नहीं करने दी। वक्त का तकाजा देखकर पुलिस ने भी कोई कठोर कदम नहीं उठाया। दोनों पक्षों के बीच वार्ता के बाद सीओ रिफाइनरी को संगठन ने अपनी मांगों को लेकर ज्ञापन सौंपा। सीओ रिफाइनरी ने उनकी मांगों को उच्चाधिकारियों तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। इसके बाद ही कार्यकर्ता टोल से हटे। तब कहीं जाकर टोल पर टैक्स वसूली हो सकी। कार्यकर्ताओं के साथ बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। टोल कर्मियों ने प्रदेश अध्यक्ष से अभद्रता की थी। इसी के विरोध में धरना दिया था।

--भानु प्रताप सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष भाकियू कार्यकर्ताओं ने टोल से अपने वाहन फ्री निकाले और इस बीच ढाई सौ से तीन सौ अन्य वाहन भी फ्री निकल गए। अगर, किसी कर्मचारी ने भाकियू नेता से अभद्रता की है तो इसकी जांच कर कार्रवाई की जाएगी। -ओपी यादव, मैनेजर फरह टोल -दोनों पक्षों के बीच में वार्ता के बाद समझौता हो गया। भाकियू ने जो मांग पत्र लिया है। उसे उच्चाधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।

-आलोक दुबे, सीओ रिफाइनरी

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