37 वाइब्रेटरों के काटे बिजली व पानी के कनेक्शन

जागरण संवाददाता, मथुरा : यमुना प्रदूषण को रोकने के लिए दायर की गई याचिका का संज्ञान लेकर एनजीटी के आ

By JagranEdited By: Publish:Sun, 15 Apr 2018 11:36 PM (IST) Updated:Sun, 15 Apr 2018 11:36 PM (IST)
37 वाइब्रेटरों के काटे  बिजली व पानी के कनेक्शन
37 वाइब्रेटरों के काटे बिजली व पानी के कनेक्शन

जागरण संवाददाता, मथुरा : यमुना प्रदूषण को रोकने के लिए दायर की गई याचिका का संज्ञान लेकर एनजीटी के आदेश पर रविवार को शहरी क्षेत्र में 37 ढोल व वाइब्रेटर संचालकों के बिजली व पानी के कनेक्शन प्रशासन ने काट दिए। सोमवार को भी यह अभियान जारी रहेगा।

दोपहर में एडीएम एफआर रवीन्द्र कुमार, सिटी मजिस्ट्रेट बसंत लाल के नेतृत्व में नगर निगम, आरओ प्रदूषण, बिजली विभाग की टीमों ने शहर की कच्ची सड़क, झंडा चौराहा, घीया मंडी व मंडी रामदास क्षेत्र में निरीक्षण किया। इन इलाकों में संचालित हो रहे ढोल, वाइब्रेटर व निकिल के 37 प्लांटों पर बिजली व पानी के कनेक्शन काट दिए। इस कारण यहां चल रहा कार्य प्रभावित हो गया। इस दौरान सीओ सदर व एसओ गोविन्द नगर पैरा मिलिट्री फोर्स के साथ चल रहे थे। एडीएम एफआर ने बताया कि सोमवार को भी मंडी रामदास, घीया मंडी व उससे आगे के क्षेत्र में यह अभियान चलाया जाएगा। बता दें कि ढोल पर पुरानी पायल आदि की घिसाई कर उन्हें नया रूप दिया जाता है। वहीं वाइब्रेटर पर चांदी की पालिश, जबकि निकिल प्लांट पर गिलट के माल का कार्य होता है। उत्तर प्रदेश युवा उद्योग व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष नरेन्द्र वर्मा ने कहा कि कोई भी व्यवसाई यमुना को प्रदूषित नहीं करना चाहता। जिन लघु इकाइयों के बिजली व पानी के कनेक्शन काटे गए हैं उन व्यापारियों को प्रशासन की ओर से थोड़ा समय दिया जाना चाहिए था। उन्होंने इन इकाइयों को स्थापित किए जाने के लिए जगह दिए जाने की मांग की है। महामंत्री विपुल पारीेक ने कहा कि इन इकाइयों से कई मजदूर परिवारों की रोजी-रोटी का साधन बंधा हुआ था। ऐसे में उनके लिए भी यह बड़ी समस्या होगी। कार्रवाई से पूर्व कुछ समय दिए जाने की जरूरत थी।

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