बंगलादेशी ने बनवा लिए आधार और पैनकार्ड
संवाद सूत्र, गोवर्धन: देश की सुरक्षा एवं जांच एजेंसियों को धता बताकर बांग्लादेशी युवक बगैर बीजा-पासप
संवाद सूत्र, गोवर्धन: देश की सुरक्षा एवं जांच एजेंसियों को धता बताकर बांग्लादेशी युवक बगैर बीजा-पासपोर्ट के यहां तक आ गया। नौ साल से वह यहीं रह रहा था। गोवर्धन की परिक्रमा में लीन था। उदरपूर्ति के लिए भिक्षावृत्ति कर रहा था। रविवार वह पुलिस के हाथ लगा तो कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए। वह दलाल के जरिए सीमा पार कर भारत में घुसा था। इसके लिए उसने दो हजार रुपये दिए थे। उसने यहां के आधार व पेन कार्ड भी बनवा रखे हैं।
गोवर्धन के राधाकुंड व आन्यौर में तमाम बंगाली लोग रहते हैं। पश्चिम बंगाल और बांग्लादेशी को पहचानना प्रशासन के लिए चुनौती है। प्रशासनिक बैठक में स्थानीय लोग यहां बांग्लादेशी छिपे होने का संदेह कई बार व्यक्त कर चुके हैं। रविवार को पुलिस ने एक बांग्लादेशी को गिरफ्तार किया था। उसने अपना नाम वासुदेव दास निवासी दक्षिण मुकदम, अलीशहर ¨हदूपाड़ा, थाना बंदर, जिला चटग्राम, बांग्लादेश बताया।
थानाध्यक्ष संसार ¨सह राठी ने बताया कि एलआइयू की सूचना पर युवक को एकता तिराहा के पास से पकड़ा था। एटीएस और एलआइयू ने भी उससे पूछताछ की है। उसने बताया कि वह वर्ष 2009 में दलाल के जरिए भारत की सीमा में घुसा था। इसके लिए दलाल को दो हजार रुपये दिए थे। कुछ समय पश्चिम बंगाल में रहकर वह कृष्ण भक्ति के लिए मथुरा आ गया और राधाकुंड में रहने लग गया। उसने यहां का पेनकार्ड भी बनवा लिया था। पुलिस ने गोवर्धन प्लाजा में पेनकार्ड बनाने वालों से भी पूछताछ की। पेन कार्ड बनवाने के लिए आधार कार्ड जरूर होता है, इसलिए निश्चित ही उस पर आधार कार्ड भी होगा। इसकी जांच चल रही है। फिलहाल पुलिस ने उसे जेल भेज दिया है।